Header Ads

छात्रा को कमरे में बंद कर चला गया स्टाफ, शिक्षकों से लिया जाएगा स्पष्टीकरण

ब्लॉक क्षेत्र के गुरेर के परिषदीय स्कूल में कक्षा एक छात्रा कक्षा में सो गई। शिक्षिका ने स्कूल बंद कर दिया। एक घंटे बाद जब वह उठी तो शोर मचाया। शोर सुनकर स्कूल परिसर में खेल रहे बच्चों ने सूचना अन्य ग्रामीणों को दी। बाद में बच्ची को बाहर निकाला गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


कुंदरकी ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम गुरेर निवासी नासिर अली की छह वर्षीय बेटी शानबी गांव के ही कंपोजिट स्कूल में कक्षा एक में पढ़ रही है। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को शानबी रोज की तरह से स्कूल में पढ़ने के लिए गई थी। जब वह शुक्रवार दोपहर दो बजे के बाद तक स्कूल से नहीं लौटी तो उसके परिजनों को चिंता हुई। इसके बाद परिजन शानबी को देखने के लिए स्कूल पहुंचे तो स्कूल के निकट खेल रहे बच्चों ने बताया कि स्कूल के अंदर से कोई बच्चा रो रहा है।



स्कूल में करीब से जाकर देखा तो शानबी में कक्षा में रोती दिखाई दी। इसके बाद गांव की ही रहने वाली महिला शिक्षामित्र को कॉल कर मौके पर बुलाया गया जिसके बाद स्कूल को खुलवा कर बालिका को एक घंटे के बाद बाहर निकाला जा सका। शानबी ने परिजनों को बताया कि वह कक्षा में सो गई थी।

परिजनों का आरोप है कि शिक्षिका की लापरवाही के चलते ही उनकी बालिका को एक घंटे तक दहशत में रहना पड़ा है। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर आ गई थी। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ भी जमा हो गई। मामले में प्रधानाध्यापक मुर्शरफ हुसैन का कहना था कि बालिका को जानबूझ कर बंद नहीं किया है, वह सोती रह गई थी।

शिक्षिकों से लिया जाएगा स्पष्टीकरण : बीईओ
खंड शिक्षा अधिकारी विष्णु शर्मा का कहना है कि बच्ची के स्कूल में बंद होने की घटना की संज्ञान में आई है। प्रथम दृष्यता में घटना भूलवश के चलते हुई है। फिर भी इस मामले में स्कूल के सभी शिक्षक और शिक्षिकाओं से स्पष्टीकरण लिया जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं