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हर घर तिरंगा अभियान : 10.28 लाख लोगों तक तिरंगा पहुंचाने की चुनौती


हर घर तिरंगा अभियान के तहत प्रशासन के सामने 10.28 लाख घरों तक झंडा पहुंचाने की चुनौती है। हालांकि इसका वितरण शुरू है लेकिन रविवार से वृहद तौर पर अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जिला पंचायती राज, नगर निगम समेत अन्य विभागों की भूमिका तय की गई है। लेखपाल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा संग शिक्षकों को भी इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।

हर घर तिरंगा अभियान के तहत जिले में 10.28 घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 4.81 लाख झंडा शासन से उपलब्ध कराया जाएगा। शेष तिरंगों का इंतजाम जिला पंचायती राज तथा नगर निगम को करना है। इसके तहत पंचायती राज विभाग की ओर से महिला स्वयं सहायता समूहों को तीन लाख झंडे के निर्माण का ऑर्डर दिया गया है।

सीडीओ शिपू गिरि ने बताया कि समूहों से करीब दो लाख झंडे प्राप्त हो चुके हैं। प्रधानाें के माध्यम से इनका वितरण शुरू किया गया है। डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है कि अमृत महोत्सव के तहत होने वाले आयोजनों के लिए सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। झंडा वितरण में लेखपालों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों समेत अन्य लोगों की मदद ली जाएगी।

शासन से कल तक मिल जाएंगे झंडेशासन से चार लाख 81 हजार झंडे रविवार या सोमवर को मिल जाएंगे। सीडीओ ने बताया कि इसके बाद वितरण शुरू कर दिया जाएगा।

एक हजार झंडे हुए वितरितआजादी के अमृत महोत्सव के तहत जसरा के ईश्वरदीन छेदी इंटर कॉलेज में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में हर घर तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ.वीके सिंह ने विद्यार्थियों से 13 से 15 अगस्त के बीच हर घर झंडा फहराने के अभियान में शामिल होने की अपील की गई। इस मौके पर एक हजार झंडे वितरित भी किए गए। कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख अजीत प्रताप सिंह, सुरेश शुक्ल, अजय पांडेय, जगत शुक्ला आदि मौजूद रहे।

सिविल लाइंस में राजपथ जैसे नजारे के लिए बजट की बाधा

स्वतंत्रता दिवस पर राजपथ की तर्ज पर सिविल लाइंस में सुभाष चौराहे से पत्थर गिरजाघर के बीच झांकी निकालने की योजना पर पानी फिर गया है। इसके लिए बजट का ही इंतजाम नहीं हो सका। हालांकि उस दिन बारिश की आशंका को भी वजह बताया जा रहा है।

स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के मौके को यादगार बनाने के लिए प्रशासन की ओर से सिविल लाइंस में झांकी निकालने के अलावा कई अन्य तैयारियां की गईं थीं। इसके लिए विभागों को जिम्मेदारी सौंपने के अलावा अलग-अलग संस्थाओं से भी बात की गई। इसके तहत विभागाें को अलग-अलग थीम पर झांकी तैयार करने के लिए कहा गया था लेकिन बजट आडे़ आ गया। ज्यादातर विभागों ने कहा कि इसके लिए अलग से बजट का प्रावधान नहीं है। ऐसे में इस योजना को स्थगित करना पड़ा।

अफसरों का कहना है कि योग दिवस पर वृहद आयोजन हुआ था। ऐसे में दो महीने बाद ही एक और बड़े आयोजन के लिए बजट मिलना मुश्किल था। डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है कि बजट के अलावा के अलावा मौसम को देखते हुए भी आयोजन को स्थगित करने का निर्णय लिया गया। उनका कहना है कि मौसम विभाग ने स्वतंत्रता दिवस के दिन बारिश की बात कही है। इसके अलावा ट्रैफिक डायवर्जन भी करना होता। इन पहलुओं को देखते हुए यह निर्णय लेना पड़ा

अब एमएनएनआईटी में आयोजन की तैयारीसिविल लाइंस में झांकी निकालने की योजना से पीछे हटने के बाद प्रशासन अब एमएनएनआईटी में बडे़ आयोजन की तैयारी में जुटा है। हालांकि, स्थान पर अभी अंतिम तौर पर निर्णय होना बाकी है। इसके तहत 15 अगस्त को स्वतंत्रता सेनानियों, उनके परिजनों को सम्मानित करने के साथ सांस्कृतिक आयोजन, कौशल प्रदर्शन आदि कार्यक्रम होंगे।


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