Header Ads

बेसिक स्कूल के छात्रों को रोजाना दो घंटे कहानी, किताबें पढ़ने जरूरी

उरई। निपुण भारत के अंतर्गत छात्रों में भाषाई दक्षता और संख्यात्मक ज्ञान बढ़ाने के लिए गूगल मीट पर वर्कशाप का आयोजन किया गया। गूगल मीट में डायट प्राचार्य रवींद्र कुमार द्वितीय एवं जिला समन्वयक प्रशिक्षण विश्वनाथ दुबे ने इस पहल की सराहना की और छात्रों को रोजाना दो घंटे कहानी व किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित किया।


स्टेट रिसोर्स पर्सन (एसआरजी) लोकेश पाल ने कहा कि छात्र-छात्राओं में पढ़ने की दक्षता विकसित करने के लिए राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम 100-डे रीडिंग अभियान चल रहा है। अभियान अप्रैल माह तक चलेगा। 22 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर सभी परिषदीय व कस्तूरबा विद्यालयों के छात्र इस अभियान का हिस्सा बनेंगे और अपनी मातृभाषा में कहानी पढ़ेंगे।

एसआरजी नितिन आनंद पाल ने कहा कि जिले से 100 बेसिक स्कूल के छात्रों को गूगल मीट से जोड़कर उन्हें निपुण भारत पाठशाला के तहत रीडिंग कैंपेन, ई-पाठशाला, साप्ताहिक क्विज, अभिभावक कैलेंडर आदि के माध्यम से संवाद स्थापित कर पढ़ाया जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं