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साढ़े चार महीने से खाता खाली स्वादिष्ट न रही बच्चों की थाली


शाहजहांपुर। जिले के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की प्रबंध समिति का खाता खाली होने से शिक्षकों की जेब पर बोझ बढ़ गया है। मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) बनवाने के लिए आने वाली कन्वर्जन कास्ट करीब साढ़े चार माह से नहीं मिली है। इसके चलते शिक्षकों को अपने पास से सब्जी, मसाले से लेकर सिलिंडर तक खरीदना पड़ रहा है। ग्रामीण इलाके में गैस सिलिंडर के बजाय चूल्हे पर खाना बनाया जा रहा है

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से 1825 प्राथमिक विद्यालयों समेत 2720 स्कूलों का संचालन किया जाता है। इनमें तीन लाख, 61 हजार बच्चे पढ़ते हैं। विद्यालयों में बच्चों का जुड़ाव बनाए रखने के लिए दोपहर में मीनू के अनुसार मिड डे मील दिया जाता है। शासन की प्राथमिकता वाले मिड डे मील बनवाने का खर्च शिक्षकों को उठाना पड़ रहा है।



दरअसल, कोटेदार की ओर से गेहूं व चावल मिल रहा है, मगर सब्जी, मसाले, तेल और सिलिंडर आदि खरीदने के लिए प्रधान व प्रधानाध्यापक का संयुक्त खाता करीब साढ़े चार माह से खाली पड़ा है। 31 जुलाई के बाद से शिक्षकों को कन्वर्जन कास्ट नहीं मिली है। शिक्षक नेता ऋषिकांत पांडेय बताते हैं कि विद्यालय में एक माह में तीन से चार सिलिंडर खर्च होते हैं। शिक्षक अपनी ओर से योजना का क्रियान्वयन कर रहे हैं।





5.45 रुपये प्राइमरी के बच्चे को मिलते रुपये

7.95 रुपये जूनियर के बच्चे के लिए मिलते हैं।

स्कूलों की रंगाई-पुताई का काम प्रभावित

स्कूलों में विभिन्न कार्यों के लिए मिलने वाली कंपोजिट ग्रांट के अभाव के चलते कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इस वर्ष मार्च में कंपोजिट ग्रांट का रुपया आया था। उस रुपये को बड़े पैमाने पर शिक्षक निकालने से वंचित रह गए थे। इसके चलते रुपया वापस हो गया था। कंपोजिट ग्रांट का रुपया नहीं मिलने के चलते स्कूलों की रंगाई-पुताई का काम प्रभावित हो गया। इसके अतिरिक्त फर्नीचर, स्टेशनरी व स्वच्छता का कार्य भी बेहतर तरीके से नहीं हो पा रहा है। 15 सितंबर के बाद से बच्चों को मिलने वाले फल का बजट भी नहीं मिला है।



- कन्वर्जन कास्ट के लिए महानिदेशक को पत्र दिया था। एनजीओ के जरिये एमडीएम बनवाने की मांग काफी समय से की जा रही है। खाना नहीं बनवाने पर शिक्षकों पर कार्रवाई होने का डर रहता है। - महेंद्र सिंह, महामंत्री, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ।

- खाना बनवाने व उसकी गुणवत्ता को बनाए रखना शिक्षकों की जिम्मेदारी है। कन्वर्जन कास्ट को दिलवाने के लिए महानिदेशक से वार्ता की जाएगी। जल्द ही बजट जारी कराया जाएगा। - संजय सिंह, प्रांतीय महामंत्री, प्राथमिक शिक्षक संघ।

कन्वर्जन कास्ट के लिए महानिदेशक से पत्राचार किया गया। कंपोजिट ग्रांट और फल का बजट भी जल्द ही स्कूलों के खातों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। - रणवीर सिंह, बीएसए

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