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वेतन की मांग करने गए 80 शिक्षकों के खिलाफ लेखाअधिकारी दर्ज करवाई रिपोर्ट, लगाया अभद्रता का आरोप

 वेतन की मांग करने गए 80 शिक्षकों के खिलाफ लेखाअधिकारी दर्ज करवाई रिपोर्ट, लगाया अभद्रता का आरोप



एक दिन पूर्व वेतन को लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हुए बवाल के मामले में कोतवाली पुलिस ने नौ नामजद और 72 अज्ञात शिक्षकों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने यह कार्रवाई वित्त एवं लेखाधिकारी की तहरीर पर की है।

बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत वित्त एवं लेखाधिकारी अंजू सिंह पुत्री बाबूराम विद्यार्थी ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। जिसमें कहा कि सात जुलाई को दोपहर साढे तीन बजे वह अपने कार्यालय के गेट पर बैठी थीं, तभी शिक्षक दयाशंकर, उमेश चंद्र, प्रफुल्ल दीक्षित, संतोष गंगवार, सतेंद्र गंगवार, जितेंद्र गंगवार और रामौतार समेत करीब छह दर्जन शिक्षक जबरन उनके कार्यालय में घुस आए। उक्त लोगों ने गालीगलौज करते हुए सरकारी अभिलेख फाड़ दिए। सरकारी काम में बाधा डालते हुए कार्यालय का फर्नीचर इधर उधर पटकने लगे। विरोध करने पर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए धक्का-मुक्की की। इस दौरान शिक्षकों ने वीडीओ बनाकर बदनाम करने की धमकी दी। शिक्षकों ने नए शिक्षकों का वेतन न निकलने पर जान से मारने की धमकी देते हुए कार्यालय में काफी देर तक उन्हें बंधक बनाकर रखा। काफी प्रयास के बाद स्टाफ ने उन्हें मुक्त कराया। शिक्षक कार्यालय के कुछ अभिलेख भी जाते समय अपने साथ उठाकर ले गए। तहरीर में कहीं कि कोविड-19 महामारी होने के बावजूद शिक्षकों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। आरोपी शिक्षक जाते समय पुलिस में शिकायत करने पर जान से मार डालने की धमकी भी दे गए। पुलिस ने तहरीर मिलने पर सभी आरोपियों के खिलाफ एससीएसटी एक्ट, बंधक बनाने, सरकारी कार्य में बाधा डालने आदि धाराओं में केस दर्ज किया है।

नए शिक्षकों के वेतन भुगतान की मांग को लेकर शिक्षक संघ के पदाधिकारी नए शिक्षकों के साथ वित्त एवं लेखाधिकारी से वार्ता करने के लिए गए थे। उनसे नए शिक्षकों का कब तक वेतन आने की बात पूछी गई। किसी प्रकार की अभद्रता नहीं की गई है। सारे आरोप बेबुनियाद हैं।
- उमेश गंगवार, जिला मंत्री, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ,

पीलीभीत वित्त एवं लेखाधिकारी की तहरीर पर कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई गई है। चूंकि मुकदमे में एससीएसटी एक्ट की धाराएं लगी हुई है। इसीलिए मुकदमे की विवेचना वह खुद कर रहे हैं। तथ्यों के आधार पर विवेचना कर जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- वीरेंद्र विक्रम, सीओ सिटी
पूर्व में भी इन शिक्षकों पर मारपीट का केस हुआ या

इन शिक्षकों में से कुछ शिक्षकों ने पूर्व में कार्यालय में तैनात पूर्व कोषाधिकारी उमेश चंद्र के साथ भी मारपीट और अभद्रता की थी। जिसमें उनके खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले में आरोपी पक्ष वर्तमान में जमानत पर रिहा चल रहे हैं। एक बार फिर नौ नामजद समेत 80 लोगों के खिलाफ हुई रिपोर्ट में इनका नाम शामिल है।.

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