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जिले में पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले 30 शिक्षकों व कर्मचारियों की मौत

 जिले में पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले 30 शिक्षकों व कर्मचारियों की मौत

बिजनौर। पंचायत चुनाव के बाद से अब तक जिले में कोरोना व अन्य कारणों से 30 शिक्षकों व कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। इनमें सबसे अधिक संख्या बेसिक शिक्षा विभाग की है। शिक्षक संगठनों ने शासन से शिक्षकों के आश्रितों को आर्थिक मदद व नौकरी दिलाने की मांग की है। पंचायत चुनाव के बाद शिक्षकों के मरने की सूचना के बाद शिक्षा विभाग डाटा खंगालने में जुट गया है।
पंचायत चुनाव के बाद जिले में सबसे अधिक बेसिक शिक्षा विभाग के 19 शिक्षक व शिक्षिकाओं की मृत्यु हुई है। माध्यमिक शिक्षा विभाग से 4 शिक्षकों की मौत हुई है। जबकि सिंचाई विभाग के तीन तथा सेल टैक्स व पीडब्ल्यूडी के दो-दो कर्मचारियों की जान चली गई। कई शिक्षक व कर्मचारी अभी भी बीमार बताए जा रहे हैं। शिक्षक संगठनों ने मृतक शिक्षकों के कर्मचारियों के आश्रितों को 50 50 लाख की आर्थिक मदद दिलाने व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने की मांग की है। ऑल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष चंद्रहास ने जिले में पंचायत चुनाव के बाद मृत्यु होने वाले शिक्षकों के कर्मचारियों की सूची भी जारी की। उन्होंने संगठन की ओर से प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक मांग पत्र भी भेजा है।


दूसरी ओर प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नागेश कुमार और महामंत्री प्रशांत सिंह ने बताया कि प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा द्वारा प्रत्येक जनपद से मरने वाले शिक्षकों की सूची तैयार कराई जा रही है। माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिलाध्यक्ष धर्मवीर सिंह ने बताया कि पंचायत ड्यूटी के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग के चार शिक्षकों की मृत्यु हुई है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार के मुताबिक पंचायत चुनाव में कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कराया।
मृतक शिक्षकों की मांगी सूचना: बीएसए
बीएसए महेश चंद ने बताया कि अभी तक चार शिक्षकों की मृत्यु कोरोना से हुई है। जिनकी सूचना शासन को भेजी जा चुकी है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से सोमवार तक शिक्षक व शिक्षिका चुनाव ड्यूटी पर गए थे इसका प्रमाण पत्र, कोविड-19 पॉजिटिव की रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है।
इन शिक्षकों और कर्मचारियों ने गंवाई जान
शिक्षक संगठनों ने जो लिस्ट तैयार की है, उसके मुताबिक पंचायत चुनाव के बाद चंद्रपाल सिंह, संजीव कुमार, योगेंद्र सिंह, गुलशन सैफी, विकास चौधरी, कहकशां रोजी, मोहम्मद यूनुस, कैलाशचंद्र, जयपाल सिंह, सुषमा नेगी, मनीष मौर्य, गीता देवी, सुरेश कुमार, अमित तोमर, नरदेव सिंह, गीता देवी मोहड़ा, अब्दुल बहाव, सुरेंद्र कुमार, पवन कुमार, मोरिस गोयल, अदील अहमद, विपिन कुमार, सत्यवीर सिंह, शाजिया रहमान, उपेंद्र चौहान, राकेश कुमार, विपिन कुमार का नाम शामिल है।

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