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श्रमिकों की बेटियों को शादी के लिए एक लाख मिलेंगे


बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों की संख्या-1.43 करोड़

बीते 05 साल में इस योजना में हुए 94728 विवाह

इसमें शामिल सामूहिक विवाह में 22 हजार शादियां हुईं

लखनऊ। भाजपा जल्द लोक कल्याण संकल्प पत्र में श्रमिकों से किया वादा निभाने की तैयारी में है। श्रमिकों की बेटियों की शादी में अब सरकार एक लाख रुपये का शगुन देगी। सामूहिक विवाह में होने वाली शादियों में यह राशि इससे अधिक होगी। इस योजना का लाभ श्रम विभाग के तहत संचालित भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड में पंजीकृत 1.43 करोड़ श्रमिकों के परिवारों को मिलेगा। श्रम विभाग ने इसे 100 दिन की कार्ययोजना में शामिल किया है।


श्रम विभाग कन्या विवाह सहायता योजना के तहत अभी तक बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों को दो तरह से अनुदान देता रहा है। एकल विवाह की स्थिति में 55 हजार रुपये का अनुदान मिलता है। जबकि सामूहिक विवाह में शादी होने पर यह राशि 65 हजार रुपये है।

सामूहिक विवाह को बढ़ावा देने के लिए 10 हजार रुपये दूल्हा-दुल्हन की पोशाक के नाम पर और सात हजार रुपये अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी दिए जाते हैं। इस प्रकार सामूहिक विवाह में होने वाली हर शादी पर अब तक सरकार 82 हजार रुपये खर्च करती है।

सामूहिक विवाह के लिए एक लाख से अधिक होगी राशि: योगी सरकार के चुनावी वायदे के अनुरूप अब श्रमिकों की बेटी की शादी में दिए जाने वाले इस शगुन को बढ़ाकर एक लाख रुपये किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसे बोर्ड के समक्ष रखा जाएगा। ऐसे में एकल विवाह की राशि 55 हजार से बढ़कर एक लाख रुपये हो जाएगी। जबकि सामूहिक विवाह में एक लाख रुपये के अलावा 10 हजार रुपये पोशाक के लिए और सात हजार अन्य व्यवस्थाओं के लिए हो सकते हैं। ऐसे में यह राशि 01 लाख 17 हजार रुपये हो जाएगी।

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