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शिक्षक भर्ती: तदर्थ शिक्षक स्कूलों में डटे नवनियुक्त खा रहे ठोकर, सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में नियुक्ति का मामला

सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) 2021 में चयनित दर्जनों शिक्षक भटक रहे हैं जबकि तदर्थ शिक्षक अभी जमे हुए हैं। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के सचिव नवल किशोर ने लखनऊ समेत 20 जिलों के डीआईओएस को 11 मार्च को पत्र लिखकर चयनितों कार्यभार ग्रहण कराने का आदेश देते हुए 21 मार्च तक रिपोर्ट मांगी थी।


सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर चयन बोर्ड ने कहा है कि तदर्थ शिक्षकों के कार्यरत होने से जिन चयनितों को कार्यभार नहीं ग्रहण कराया जा रहा, उनका समायोजन नहीं किया जाएगा। इसके बावजूद अधिकांश डीआईओएस ने न तो कार्यभार ग्रहण कराया और न ही इसकी सूचना दी है।

टीजीटी-पीजीटी 2021 में चयनित तकरीबन 500 ऐसे शिक्षक हैं जो विभिन्न कारणों से आवंटित स्कूल में कार्यभार ग्रहण नहीं कर सके। इनमें से 150 से अधिक ऐसे हैं जो तदर्थ शिक्षकों के कारण ठोकरें खा रहे हैं।

चौथे दिन धरने पर बैठे

टीजीटी-पीजीटी 2021 में चयन के बावजूद विभिन्न कारणों से कार्यभार ग्रहण न कर पाने वाले चयनित शिक्षकों ने शनिवार को चौथे दिन चयन बोर्ड के बाहर धरना दिया। सुधीर ओझा, मदन, शीतला प्रसाद ओझा, रविन्द्र मिश्र, अशोक दुबे, श्रीरंग प्रजापति, सीनू जायसवाल, आलोक वर्मा, सूर्य प्रताप, एकता केसरवानी, अनुज कुमार, अर्चना, सुनील यादव, शक्ति, मनोज, संदीप, सत्यम रावत, आकाश, सूरज सेन, दिलीप का कहना है कि चयन बोर्ड की लापरवाही के कारण समायोजन नहीं हो रहा।

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