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प्रशासन की लापरवाही उजागर:- कानपुर में संक्रमित कर्मियों से कराई चुनाव ड्यूटी

 प्रशासन की लापरवाही उजागर:- कानपुर में संक्रमित कर्मियों से कराई चुनाव ड्यूटी

कानपुर पतारा ब्लॉक में कोरोना संक्रमित छह कर्मचारियों से चुनाव ड्यूटी कराई गई। इससे सैकड़ों अन्य कर्मचारियों की जान जोखिम में डाल दी गई। किसी कर्मचारी ने दो दिन काम किया तो किसी ने चार दिन। एआरओ एके सिंह ने तो मंगलवार तक काम किया। हैरत वाली बात है कि कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने की सूचना निर्वाचन कार्य के लिए बने व्हाट्सएप ग्रुप में भी डाली गई। जिले के आला अफसरों तक भी यह बात पहुंची, लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। मामला खुलने पर अफसर सूचना न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं। कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए अन्य कर्मचारियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग तक नहीं


कराई गई। पतारा ब्लाक में पंचायत चुनाव में लगे सुमित डंग, राजेंद्र प्रसाद, राघवेंद्र सेन, जसवंत सिंह, जगभान सिंह, उमाशंकर यादव को 11 अप्रैल को कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इन्होंने इसकी जानकारी निर्वाचन अधिकारी को भी दी, लेकिन उनके कार्यालय आने या न आने के संबंध में कोई निर्देश नहीं दिया गया। उन्हें चुनावी कार्य अलग से सौंप दिया गया। संक्रमित होने के बाद भी वे कार्यालय पहुंचे। उमाशंकर यादव और जगभान को पतारा ब्लॉक में और रामजी लाल दिवाकर को ककवन ब्लॉक बुलाया गया। नलकूप विभाग के अधिशासी अभियंता एके सिंह पतारा ब्लॉक के एआरओ हैं। वे खुद संक्रमित हैं और दो दिन से चुनावी ड्यूटी कर रहे हैं। इन्होंने तो जिलाधिकारी को लिखकर भी भेजा है। इनकी ड्यूटी अभी कटी नहीं है न ही इन्हें होम आइसोलेशन में भेजा गया है। न ही इनके संपर्क में आए लोगों की जांच हुई है।

प्रकरण संज्ञान में नहीं है। ऐसा हुआ है तो खतरनाक है। एडीएम वित्त को इस प्रकरण की जांच सौंपता हूं कि वे यथास्थिति पता कर बताएं। और संक्रमित कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से दूर रखें।
आलोक तिवारी जिलाधिकारी

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