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अब तक इन 14 जिलों में लगा नाइट कर्फ्यू , जिलों के डीएम को नाइट कर्फ्यू का फैसला लेने के लिए अधिकृत

 अब तक इन 14 जिलों में लगा नाइट कर्फ्यू , जिलों के डीएम को नाइट कर्फ्यू का फैसला लेने के लिए अधिकृत

बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच रविवार को मथुरा में रात्रि कर्फ्यू के आदेश जारी किए गए हैं। इससे पहले 13 जिलों में रात 9 से सुबह 6 बजे तक बंदी के आदेश जारी किए जा चुके हैं। इस तरह अब प्रदेश के 14 जिलों में नाइट कर्फ्यू लागू है।



मुख्यमंत्री ने रोजाना 100 से अधिक मरीजों और 500 से अधिक एक्टिव केस वाले जिलों में रात्रि कर्फ्यू लगाने के निर्देश दिए थे। इसके लिए जिलों के डीएम को फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया था। इसके बाद लखनऊ से नाइट कर्फ्यू की शुरुआत हुई थी। 


बाद में प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, जौनपुर, बलिया, आगरा, मुजफ्फर नगर और सहारनपुर में भी नाइट कर्फ्यू लगाया गया था। शासन स्तर के एक अधिकारी ने बताया कि संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए अभी कई अन्य जिलों में रात्रि कर्फ्यू लगाया जाएगा।
पीपीई किट, एन 95 मास्क व अन्य उपकरणों की नहीं होगी कमी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक कोविड अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए 700 बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज और इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज को पूरी तरह से कोरोना मरीजों के इलाज के लिए संचालित करने के निर्देश दिए हैं। कहा, ध्यान रखें कि खुले स्थानों पर 100 और बंद स्थानों पर 50 से अधिक लोग इकट्ठा न होने पाएं। वे रविवार को कोरोना नियंत्रण के उपायों की समीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि संक्रमण की रोकथाम के लिए ‘टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट’ के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए प्रयास करें। कोविड-19 की जांच में वृद्धि की जाए। आरटीपीसीआर से रोजाना एक लाख टेस्ट किए जाएं। सभी सरकारी और निजी लैब पूरी क्षमता से काम करें। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए कम से कम 30 से 35 लोगों को ट्रेस कर उनकी कोविड जांच कराएं। कोविड अस्पतालों में चिकित्साकर्मियों, जरूरी दवाएं मेडिकल उपकरणों और ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रखें।

सभी एल-2 और एल-3 कोविड अस्पतालों में वेंटिलेटर हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एचएफएनसी) की उपलब्धता जरूर रहे। जरूरत पड़ने पर इन उपकरणों की अतिरिक्त व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने लेवल टू और थ्री के अस्पतालों में बेड की संख्या भी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी और प्रयागराज में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाकर काम करने के निर्देश दिए। सीएम ने कोविड-19 से बचाव की जानकारी पब्लिक एड्रेस सिस्टम से देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी सरकारी व निजी कार्यालयों और औद्योगिक संस्थानों में प्रभावी तरीके से कोविड हेल्प डेस्क संचालित करने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर, सैनिटाइजर, एंटीजन किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। किसी भी जिलों से उपकरणों की मांग होने पर तुरंत सभी व्यवस्थाएं की जाएं। युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, सिविल डिफेंस, एनसीसी और एनएसएस के सदस्यों की भी सेवाएं भी लेने के निर्देश दिए गए हैं। नगर विकास व ग्राम्य विकास विभाग शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन का कार्य मिशन मोड पर करें। उन्होंने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को पूरी सक्रियता से संचालित करने, निगरानी समितयों को कोविड प्रबंधन से जोड़ने के निर्देश दिए। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और हवाई अड्डे पर कोरोना जांच प्रभावी तरीके से हो। 

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