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अभिलेखों का सत्यापन न होने से भटक रहे शिक्षक, 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत जिले में 891 शिक्षकों की हुई है तैनाती

 अभिलेखों का सत्यापन न होने से भटक रहे शिक्षक, 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत जिले में 891 शिक्षकों की हुई है तैनाती


उन्नाव। अभिलेखों का सत्यापन न होने से नवनियुक्त शिक्षक तीन महीने से वेतन के लिए भटक रहे हैं। विभागीय अधिकारी अभिलेखों के सत्यापन के लिए पत्र प्रयागराज बोर्ड व यूनिवर्सिटी भेजने की बात कह रहे हैं। पर अभी तक किसी का भी सत्यापन नहीं हुआ है।


69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत जिले में 16 अक्तूबर 2020 को 891 नव नियुक्त शिक्षकों की तैनाती हुई थी। इसमें 167 वह शिक्षक शामिल हैं जो पहले शिक्षामित्र थे। सपा शासनकाल में वह समायोजित शिक्षक बने। उनके अभिलेखों का सत्यापन होने के बाद ही उन्हें वेतन मिला। सरकार बदलते ही समायोजन निरस्त हुआ। बाद में तैयारी कर वह फिर से शिक्षक बन गए। विभाग अब भर्ती होने वाले सभी शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन करा रहा है। शिक्षामित्र से शिक्षक बनने वालों का कहना है कि उनके अभिलेखों का एक बार तो सत्यापन हो चुका है। बावजूद इसके उनका वेतन जारी नहीं हुआ। तीन महीने का समय बीतने
वाला है अभी तक किसी भी शिक्षक का सत्यापन नहीं हुआ है। जब तक सत्यापन नहीं हो जाता उन्हें वेतन भी नहीं मिल सकता।

एरियर बनने पर भुगतान में आती है दिक्कत
शिक्षकों का कहना है जिस महीने में सत्यापन पूरा होगा। उसी महीने से वेतन मिलेगा। बाकी के दिनों का वेतन न देकर उसे एरियर में शामिल कर दिया जाता है। वहां भी चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है तभी फाइलें आगे बढ़ती हैं। जिनसे दस प्रतिशत मिल जाता है उनका एरियर पहले निकलता है। बाकी को कभी बजट नहीं तो कभी फाइल अधूरी की बात कह टरकाते रहते हैं।


अभिलेखों का ऑफलाइन सत्यापन के साथ ऑनलाइन भी कराने का प्रयास किया जा रहा है। जिन शिक्षकों का ऑनलाइन सत्यापन हो जाएगा उनका वेतन जारी कर दिया जाएगा। जिन शिक्षकों का ऑफलाइन सत्यापन भेजा गया है उनका सत्यापन आने के बाद ही वेतन जारी होगा।
प्रदीप कुमार पांडेय, बीएसए

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