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प्रस्ताव न सहमति, करा लिया बाउंड्री का निर्माण, प्रधानाध्यापकों पर मानक विहीन निर्माण के लग रहे आरोप





प्रतापगढ़, परिषदीय स्कूल के शिक्षकों ने बिना प्रस्ताव व प्रबंध समितियों की सहमति के ही स्कूलों की बाउंड्री का निर्माण करा लिया। इससे कई स्कूलों में भुगतान को लेकर हेडमास्टर और प्रबंध समिति के अध्यक्ष आमने-सामने हो गए हैं तो कई स्कूल की प्रबंध समितियों के अध्यक्ष सम्बंधित अफसरों से नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।


बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जिले के 189 बिना बाउंड्री वाले परिषदीय स्कूलों को 4.42 लाख रुपये की दर से प्रबंध समितियों के बैंक खाते में धनराशि भेजी थी। इसके साथ हेडमास्टरों को गाइड लाइन भेजकर उसका पालन करते हुए बाउंड्री का निर्माण कराने के निर्देश दिए गए थे। निर्माण से पहले प्रबंध समितियों के अध्यक्ष और सदस्यों की बैठक कर प्रस्ताव पर सहमति लेने के निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके अधिकतर शिक्षकों ने मनमाने तरीके से प्रबंध समिति के पदाधिकारियों को दरकिनार कर बाउंड्री का निर्माण करा लिया। यही नहीं कई शिक्षकों ने प्रबंध समिति के अध्यक्षों को यह भी नहीं बताया कि बाउंड्री निर्माण के मानक क्या हैं और कितनी धनराशि प्राप्त हुई है। निर्माण शुरू होने के बाद जब भुगतान की बारी आई तो हेडमास्टर और प्रबंध समिति के अध्यक्ष आमने सामने हो गए हैं।

120 मीटर बाउंड्री और गेट का होना है निर्माण बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों की दी गई धनराशि से 120 मीटर लंबी व डेढ़ मीटर ऊंची बाउंड्री का निर्माण कराया जाना है। इसी तरह गेट का निर्माण कराने के लिए 22 हजार रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है।


प्रबंध समितियों के अध्यक्ष आरोप लगा रहे हैं कि शासन से निर्धारित मानक के विपरीत बाउंड्री का निर्माण कराया जा रहा है। ऐसे में भुगतान करने के बाद जिम्मेदारी कौन लेगा। ऐसे में भुगतान के लिए हेडमास्टर के फोन करने पर प्रबंध समिति के अध्यक्ष अलग-अलग बहाने बताकर हस्ताक्षर करने से कन्नी काट रहे हैं।

स्कूलों को 4.42 लाख की दर से दी गई थी धनराशि

परिषदीय स्कूलों में बनाई गई बाउंड्री वाल का निर्माण गुणवत्तापूर्ण व प्रबंध समितियों के अध्यक्ष की सहमति से कराने के निर्देश दिए गए हैं। यदि बिना सहमति व प्रस्ताव के निर्माण कराया गया है तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

भूपेन्द्र सिंह, बीएसए

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