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क्लास साथी एप से जुड़ेंगे विद्यार्थी, शैक्षिक विकास पर जोर

मऊ। गणित और विज्ञान की पढ़ाई को सुगम बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग क्लास साथी एप का प्रयोग करेगा। कक्षा छह से आठ तक के छात्रों के लिए यह एप बेहद उपयोगी है। विद्यार्थियों के साथ ही शिक्षक भी इस एप से जुडक़र शिक्षा की बेहतरी में अपना योगदान प्रदान करेंगे। जिले में 1508 परिषदीय विद्यालयों में 1.88 लाख बच्चे अध्ययनरत हैं। कोरोना संक्रमण के चलते विद्यालय बंद चल रहे हैं। ऐसे में भौतिक रुप से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसे में विद्यार्थियों को आनलाइन तरीके से शिक्षित किए जाने की दिशा में विशेष पहल की जा रही है। 



राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान की पहल पर क्लास साथी एप हिंदी माध्यम में भी उपलब्ध है। ऐसे में अधिक से अधिक विद्यार्थियों को उससे जोड़ते हुए उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा में बनाए रखने की पहल की जा रही है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि एप को पूरी तरह प्रभावी बनाने तथा विद्यार्थियों को उसका लाभ दिलाने के लिए ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित कर शिक्षकों को जागरूक कर दिया जाए, जिससे कि वे उसे बेहतर ढंग से विद्यार्थियों से साझा कर उन्हें शिक्षण गतिविधियों से जोड़ सकें।



अधिकारियों के दिशा निर्देश मिलने के बाद शिक्षकों द्वारा एप को डाउनलोड करने की कवायद तेज कर दी गई है। क्लास साथी एप को प्रभावी बनाने की दिशा मेें पहल की गई तो इससे विद्यार्थियों को विशेष लाभ हासिल हो सकता है। बीएसए डॉ. संतोष कुमार सिंह ने बताया कि क्लास साथी एप को पूरी तरह प्रभावी बनाने तथा विद्यार्थियों को उसका लाभ दिलाने के लिए ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित कर शिक्षकों को जागरूक करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है। आनलाइन शिक्षा की मानीटरिंग की जा रही है। लापरवाही मिलने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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