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दूध, दाल और रिफाइंड बांटने के लिए ही खुलते हैं आंगनबाड़ी केंद्र, कैसे बनाए जा सकेंगे प्री-प्राइमरी स्कूल, सुविधा के नाम पर सिर्फ पोषक आहार

 दूध, दाल और रिफाइंड बांटने के लिए ही खुलते हैं आंगनबाड़ी केंद्र, कैसे बनाए जा सकेंगे प्री-प्राइमरी स्कूल, सुविधा के नाम पर सिर्फ पोषक आहार

प्रतापगढ़। जिले के अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र दूध, दाल और रिफाइंड बांटने के लिए ही खुलते हैं। अन्य दिन अधिकांश केंद्रों में ताले लटकते रहते हैं। जिले के अधिकांश केंद्र स्कूल भवन में ही चल रहे हैं। इसलिए आंगनबाड़ी केंद्रों के रजिस्टरों में स्कूलों में अंकित बच्चों के नाम भी लिखे होते हैं। दोनों विभाग अलग-अलग हैं, इसलिए दोनों विभाग बच्चों के आंकड़े भेजकर वाहवाही लूट रहे हैं। जिले के 17 विकास खंडों में 3,259 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें से अधिकांश केवल दाल, दूध और रिफाइंड बांटने के खुलते हैं।



बेलखरनाथधाम विकास खंड का आंगनबाड़ी केंद्र रसोइयां कभी कभी ही खुलता है। गांव के लोगों ने कई बार इसकी शिकायत की, मगर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर कोई असर नहीं पड़ा। आंगनबाड़ी केंद्रों पर नामांकित बच्चों को राशन का वितरण कोटेदारों के माध्यम से होता है। आंगनबाड़ी केंद्रों से बच्चों को पर्ची जारी कर दी जाती है।

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