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परीक्षा रद करना सही, जिन्दगी से बढ़कर बोर्ड परीक्षा नहीं, सीबीएसई 12 वीं की परीक्षा रद्द होने पर अभिभावक और छात्र खुश

 परीक्षा रद करना सही, जिन्दगी से बढ़कर बोर्ड परीक्षा नहीं, सीबीएसई 12 वीं की परीक्षा रद्द होने पर अभिभावक और छात्र खुश

सीबीएसई कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद करने की खबर मंगलवार देर शाम आ गई। परीक्षा रद होने से अभिभावक और छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर है। एक तरफ छात्रों का कहना है कि परीक्षा के लिए उतनी अच्छी तैयारी नहीं थी। अब प्रतियोगी परीक्षाओं पर ध्यान के्द्रिरत कर सकेंगे। वहीं अभिभावकों ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य और जिन्दगी से बढ़कर बोर्ड परीक्षा नहीं है। अभी बच्चों को वैक्सीन भी नहीं लगी है। ऐसे में परीक्षा रद करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बिल्कुल सही फैसला है।


छात्रों की बात


परीक्षाओं के लिए हमारी तैयारी चल रही थी। हालांकि ये सही है कि स्कूल में जैसी तैयारी हो जाती थी वह घर पर नही हो पा रही थी। इसलिए परीक्षा रद होने से खुश हूं।

प्रिशा

परीक्षा रद होने से बेहद खुश हूं। तनाव था कि परीक्षा कब होगी, कैसे होगी। किस पैटर्न पर होगी। अब उलझन कम हो गई है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी का समय मिलेगा।


इशिता

शिक्षकों की बात

हालात देखते हुए परीक्षा रद करने का फैसला सही है। बच्चों की तैयारी पूरी थी। हालांकि परीक्षा रद होने से बोर्ड मेधावी बच्चों का अहित नही होने देगा।

मनीष सिंह, निदेशक एसकेडी अकादमी

परीक्षा अगर करा दी जाती तो बेहतर रहता लेकिन सरकार ने तमाम पहलुओं पर विचार कर बच्चों के हित में फैसला लिया है इसलिए सब कुछ है। बच्चे पर दबाव कम हो गया।

सैयद आले रजा रिजवी, शिक्षक ब्राइटलैण्ड

अभिभावकों की बात

हमारे लिए बच्चे का स्वास्थ्य सबसे पहले है। बच्चे की जिन्दगी से बढ़कर बोर्ड परीक्षाएं नहीं हैं। परीक्षा रद करने के फैसले हम खुश हैं।

डा. पीपी पटेल

अभी बच्चों का वैक्सीन नहीं लग पायी है। ऐसे में परीक्षा रद करने का फैसला बिल्कुल सही है। परीक्षाओं को लेकर तमाम सवाल थे। बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता थी।

रजनीश श्रीवास्तव

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