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परिषदीय शिक्षकों का समायोजन ग्रीष्मावकाश में, सरकार का दावा, प्रदेश में एक भी परिषदीय विद्यालय शिक्षकविहीन नहीं

 परिषदीय शिक्षकों का समायोजन ग्रीष्मावकाश में, सरकार का दावा, प्रदेश में एक भी परिषदीय विद्यालय शिक्षकविहीन नहीं

लखनऊ। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का जिले के अंदर समायोजन ग्रीष्मावकाश के दौरान किया जाएगा। जिन स्कूलों में शिक्षकों की संख्या अनुपात से अधिक है वहां के अतिरिक्त शिक्षकों को दूसरे विद्यालयों में तैनात किया जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने विधानसभा में


दो। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में एक भी परिषदीय विद्यालय शिक्षकविहीन नहीं है। द्विवेदी बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों को लेकर उठाए गए सवाल का जवाब दे रहे थे। तिवारी ने कहा कि कई विद्यालयों में एक शिक्षक तो कहां शिक्षामित्र या अनुदेशक से संचालन कराया जा रहा है। इस पर मंत्री ने कहा कि शिक्षा का अधिकार कानून के तहत प्राथमिक स्कूलों के लिए 30 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक (1:30) की तैनाती का प्रावधान है। लेकिन प्रदेश में यह औसत 1:36 का है। वहीं, उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए 1:35 के अनुपात का प्रावधान है, लेकिन प्रदेश में यह 1: 53 है। उन्होंने कहा कि सहायक अध्यापकों की पदोन्‍नति पर उच्च न्यायालय की रोक होने के कारण उच्च प्राथमिक विद्यालयों में रिक्त पद अधिक हैं। सरकार कोर्ट से मामले का निस्तारण कराने के लिए प्रयासरत है।

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