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विद्यालयों तक नहीं पहुंची किताबें तो कैसे पढ़ें बच्चे


बहराइच : नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत हो गई है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का किताबों को लेकर इंतजार खत्म नहीं हो रहा है। जिला मुख्यालय व ब्लाकों पर पुस्तकें तो पहुंच गई हैं, लेकिन विद्यालयों तक न पहुंचने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है।


जिले में 2800 से अधिक परिषदीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों में छह लाख बच्चों जाएगी। के नामांकन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सरकार की मंशा है कि नया शैक्षिक सत्र शुरू होते ही बच्चों को निश्शुल्क किताबें उपलब्ध हो सकें और सुचारु रूप से उनकी पढ़ाई चले। जिला मुख्यालय से बीआरसी पर किताबें तो भेज दी गई हैं। स्कूलों तक पहुंचाने के लिए ठेकेदारों को टेंडर भी दे दिया गया है, लेकिन पुस्तकें स्कूलों तक पहुंचाई नहीं जा रही है। ठेकेदारों की हीलाहवाली के चलते बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है।


प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री विजय कुमार उपाध्याय ने कहा कि विभाग को तत्काल विद्यालय में किताबें भेजवाना चाहिए। बहराइच आकांक्षात्मक जिले में शामिल है। प्रत्येक विद्यालय को दिसंबर 2023 तक निपुण विद्यालय बनाना है। ऐसे में किसी स्तर पर जरा सी भी लापरवाही से लक्ष्य प्राप्ति में अवरोध उत्पन्न होगा।


ब्लाकों व बीआरसी पर पुस्तकें पहुंच चुकी हैं। स्कूलों तक किताबें पहुंचाने के निर्देश जारी किए गए हैं। समय से बच्चों को पुस्तकें नहीं मिलीं तो जांच कराकर कार्रवाई की
जाएगी.
- अव्यक्तराम तिवारी, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी

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