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यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट टापर प्रकरण में परीक्षक का फंसना तय


प्रयागराज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की इंटरमीडिएट परीक्षा- 2022 की स्क्रूटनी में जुड़वा बहन दिव्यांशी अग्रहरि से दो अंक अधिक पाकर नई टापर बनी दिव्या अग्रहरि मामले में उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन कर्ता पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। इस परीक्षा समिति में ले जाया जाएगा और जो दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।





उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 18 जून 2022 को परीक्षा परिणाम घोषित किया था, तब फतेहपुर की दिव्यांशी अग्रहरि टापर घोषित हुई थी। दिव्यांशी की जुड़वा बहन दिव्या को उनकी उम्मीद से कम अंक मिले थे। ऐसे में उन्होंने स्क्रूटनी का फार्म भरा। स्क्रूटनी किए जाने पर हिंदी विषय में 38 अंक बढ़ गए। मूल्यांकन के समय उत्तरों पर मिले अंकों की गणना में

त्रुटि हो जाने से 94 के स्थान पर 56 अंक दर्ज हो गया था। इसी तरह भौतिक विज्ञान में भी आठ अंक बढ़ गए। बढ़े अंकों के साथ सभी विषय के अंकों को जोड़ा गया तो संपूर्ण योग 479 हो गया, जबकि दिव्यांशी के 500 में 477 अंक थे। इस तरह दोनों बहनें क्रमश: पहले और दूसरे स्थान पर हो गईं। यूपी बोर्ड ने दोनों बहनों को शुभकामना दी है, उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन के दौरान हुई त्रुटि को गंभीर माना है। बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि प्रकरण को परीक्षा समिति के समक्ष रखा जाएगा। मूल्यांकन करने वाले परीक्षक पर कार्रवाई तो की ही जाएगी, अगर डिप्टी हेड या किसी अन्य का दोष सिद्ध हुआ तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।

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