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प्रधानाध्यापक पर बच्चों को पीटने और जातिसूचक शब्द कहने का लगाया आरोप, शिक्षक ने दी यह सफाई


प्रयागराज उच्च प्राथमिक विद्यालय दारागंज के विद्यार्थियों के अभिभावकों की तरफ से बीएसए को एक पत्र दिया गया है। इसमें प्रधानाध्यापक रुकैया अब्बासी पर बच्चों को पीटने जाति सूचक शब्द कहने का आरोप लगाया गया है।


अभिभावक संजना देवी ने पत्र में लिखा है कि उनकी पुत्री कक्षा छह की छात्रा थी। प्रधानाध्यापक छोटी- छोटी बातों पर उसे पीटती और डांटती थीं। जब वह शिकायत लेकर स्कूल पहुंची तो उनके साथ भी अभद्रता की गई। जाति सूचक शब्द कहे गए। विवश होकर उन्होंने बेटी का नाम विद्यालय से कटवा दिया। एक अन्य अभिभावक संजय ने भी शिकायती पत्र लिखा है। कहा है कि उनकी बेटी कक्षा सात की छात्रा है। प्रधानाध्यापक की रोज-रोज की पिटाई से उसकी तबीयत खराब हो गई है। इसी तरह अभिभावक मालती पाठक ने भी बीएसए को लिखे पत्र में कहा है कि उनकी बेटी को भी कई बार पीटा गया। अपशब्द भी कहा गया। वहीं एक छात्रा की बड़ी बहन कोमल की तरफ से भी इसी तरह की शिकायत की गई है। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में आया है। मामले की जांच के लिए समिति बनाई गई है। खंड शिक्षाधिकारी मऊआइमा व सैदाबाद विद्यालय में जाकर जांच करेंगे और रिपोर्ट देंगे। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मेरे खिलाफ हो रही साजिश.....
उच्च प्राथमिक विद्यालय दारागंज की प्रधानाध्यापक रुकैया अब्बासी ने कहा कि सभी आरोप झूठे हैं। मेरे खिलाफ स्कूल के शिक्षक साजिश रच रहे हैं। एक शिक्षक ने बच्चों को स्कूल के समय में सामान लेने के लिए बाहर भेजा। मैने आपत्ति की तो मेरे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं। सभी शिक्षक लामबंदी कर रहे हैं, क्योंकि मैं सभी पर कक्षाएं लेने के लिए दबाव बनाती हूं। विद्यालय के अन्य कार्य भी सौंपती हूं जो उन्हें मंजूर नहीं है। इस विद्यालय में पहले मात्र 12 बच्चे होते थे। कई साल की मेहनत के बाद अब 367 बच्चे हो गए हैं। क्यों कि मैं स्कूल में मेहनत करती हूं, अन्य शिक्षकों से भी अपेक्षा करती हूं तो वह मेरे खिलाफ हो गए हैं।

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