Header Ads

बीएसए को स्कूल में में नहीं मिले प्रधानाध्यापक, इस काम से साहब पहुंचे थे विद्यालय

 बीएसए को स्कूल में में नहीं मिले प्रधानाध्यापक, इस काम से साहब पहुंचे थे विद्यालय

फर्रुखाबाद। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लालजी यादव ने बुधवार को राजेपुर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया। चार विद्यालयों के प्रधानाध्यापक अवकाश पर मिलने से अभिलेखों की जांच नहीं हो सकी। बीएसए ने चारों विद्यालयों के अभिलेखों की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।


उच्च प्राथमिक विद्यालय सलेमपुर का बीएसए ने सुबह 9.50 बजे निरीक्षण किया। उनके पहुंचने पर ही सहायक अध्यापक अनीता यादव स्कूल पहुंचीं प्रधानाध्यापक अमिता पाठक आकस्मिक अवकाश पर थीं। विद्यालय परिसर में गंदगी का अंबार मिला। प्राथमिक विद्यालय सलेमपुर प्रथम में बीएसए 10.10 बजे पहुंचे। इसके बाद सहायक अध्यापक सुमित सिंह राठौर और सहायक अध्यापक शशीकांत विद्यालय पहुंचे। प्रधानाध्यापक रवि प्रकाश खरे आकस्मिक अवकाश पर थे। देर से आने पर दोनों सहायक अध्यापकों से बीएसए ने नाराजगी जताई।

विद्यालय परिसर में सफाई भी नहीं कराई गई थी। एक कर्मचारी की स्कूटी फर्श पर लगे टाइल्स पर खड़ी मिली। उसे वहां से हटवाया। इसके बाद संविलियन विद्यालय महमदपुर दिउसी का 10.40 बजे निरीक्षण किया। यहां भी प्रधानाध्यापक संध्या पाठक आकस्मिक अवकाश पर थीं। इससे अभिलेखों की जांच नहीं हो सकी। परिसर में काफी गंदगी फैली थी,कमरे में कबाड़ भरा था। इसी दौरान अभिभावकों ने बताया कि बच्चों को दूध वितरण नहीं किया जाता है। कंपोजिट ग्रांट से जो एलईडी खरीदी गई थी, वह प्रधानाध्यापक ने अलमारी में बंद रख रखी है। शौचालय गंद पड़े थे।

इसके बाद बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय ऑतर का 11.10 बजे निरीक्षण किया। यहां सभी शिक्षक उपस्थित मिले और अभिलेख भी जांच में सही पाए गए। उच्च प्राथमिक विद्यालय आंतर का 11.30 बजे निरीक्षण किया। इसके प्रधानाध्यापक राजीव कटियार सीएल पर थे। कुमार

• बीएसए लालजी यादव ने बताया कि उच्च प्राथमिक विद्यालय सलेमपुर प्राथमिक विद्यालय सलेमपुर प्रथम, संविलियन विद्यालय महमदपुर दिउसी और उच्च प्राथमिक विद्यालय आंतर के प्रधानाध्यापक अवकाश पर होने से इन विद्यालयों के यूनीफार्म वितरण, कंपोजिट ग्रांट के उपभोग, फर्नीचर, निशुल्क पाठ्य पुस्तक के वितरण के अभिलेखों की जांच नहीं हो पाई। इससे इन चारों विद्यालयों के अभिलेखों की जांच करने के लिए बीईओ शमसाबाद और डीसी बालिका शिक्षा की कमेटी बनाई है। तीन दिन में जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। जो शिक्षक देरी आए उनको तीन दिन में स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है।

कोई टिप्पणी नहीं