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बेसिक स्कूलों की शिक्षिकाएं स्कूलों में मनाएंगी रानी की जयंती, सुनाएंगीं गौरवगाथा

 बेसिक स्कूलों की शिक्षिकाएं स्कूलों में मनाएंगी रानी की जयंती, सुनाएंगीं गौरवगाथा

झांसी। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिवस को लेकर हर वर्ग उत्साहित है। ‘अमर उजाला’ के साथ मिलकर सभी अपनी रानी की जयंती भव्यता से मनाने की तैयारी में हैं। बेसिक स्कूलों में कार्यरत शिक्षिकाएं भी इस आयोजन का हिस्सा बन गईं हैं। शिक्षिकाओं का कहना है कि रानी ने अपने पराक्रम और बलिदान के जरिये पूरी दुनिया में भारत की नारी शक्ति का मान बढ़ाया था। देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का दीप उन्होंने झांसी की धरती से प्रज्ज्वलित किया था। बच्चे रानी के राष्ट्रप्रेम से प्रेरणा लें, इसके लिए 19 नवंबर को विद्यालयों में वीरांगना का जन्मदिन मनाया जाएगा और बच्चों को उनकी गौरवगाथा सुनाई जाएगी। इसके अलावा घर में भी दीप जलाकर रानी के प्रति श्रद्धा प्रकट की जाएगी।


देश की नारी शक्ति की पहली पहचान वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई हैं। उनका जन्मदिन सभी शिक्षिकाएं विद्यालयों व अपने घरों में भव्यता के साथ मनाएंगी।
- प्रतिमा कुशवाहा, अध्यक्ष - महिला शिक्षक संघ
विद्यालयों में बच्चों को रानी की गौरवगाथा बताई जाएगी, ताकि वे भी उनसे राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा लें। इसके अलावा जन्मोत्सव पर घर-घर में दीप जलाए जाएंगे।

- संगीता सिंह, उपाध्यक्ष - महिला शिक्षक संघ
रानी लक्ष्मीबाई देश की नारी शक्ति की प्रेरणा का पुंज हैं। उनका जन्मदिन महिलाओं के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है। रानी का जन्मोत्सव स्कूल व घर में धूमधाम से मनाया जाएगा।
- सुधा वर्मा, शिक्षिका
झांसी की पहली पहचान रानी लक्ष्मीबाई से ही है। आज भी रानी के प्रति झांसी के हर वर्ग में अगाध श्रद्धा है। उनका जन्मदिन स्कूल में बच्चों के साथ केक काटकर मनाया जाएगा।
- प्रीति चौरसिया, शिक्षिका
सीमित संसाधनों के बावजूद रानी ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर ये साबित कर दिया था कि हौसले से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। जन्मदिन पर उन्हें याद कर श्रद्धासुमन अर्पित किए जाएंगे।
- सुनीता कुशवाहा, शिक्षिका
हर झांसी वाले के दिल में रानी बसती हैं। 19 नवंबर की तारीख झांसी के हर व्यक्ति के लिए खास होती है। स्कूल और घर में रानी की जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी।
- सरला मिश्रा, शिक्षिका

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