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शिक्षकों पर दर्ज एफआईआर वापस हो, निर्वाचन कार्य संपन्न करवाने की जिम्मेदारी से विरत हुए थे शिक्षक

 शिक्षकों पर दर्ज एफआईआर वापस हो, निर्वाचन कार्य संपन्न करवाने की जिम्मेदारी से विरत हुए थे शिक्षक

बहराइच:- 

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव करवाने के लिए जिलेभर के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। निर्वाचन ड्यूटी के दौरान काफी संख्या में शिक्षक अनुपस्थित पाए गए थे। जिसके बाद जिला प्रशासन की ओर से नदारद शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी।


एफआईआर को निरस्त करवाने के लिए शुक्रवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिला। जिलाध्यक्ष आनन्द कुमार पाठक ने जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र से विषम परिस्थितियों का हवाला देते हुए शिक्षकों पर दर्ज एफआईआर निरस्त करने की मांग की।

जिला मंत्री विजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि कोरोना संक्रमित होने, स्वयं की शादी, गंभीर बीमार होने, छोटे बच्चे होने, अचानक बीमार होने, पति- पत्नी दोनों की ड्यूटी लगने पर किसी एक के ड्यूटी पर न पहुंच पाने आदि विषम परिस्थितियों के चलते शिक्षक शिक्षिकाएं निर्वाचन डयूटी पर नहीं पहुंच पाई थी और उन्हें अनुपस्थित मान लिया गया। शिक्षकों पर पयागपुर व देहात कोतवाली में एफआईआर दर्ज करा दी गई, जो न्यायोचित नहीं है। जबकि कई शिक्षकों ने डयूटी कटवाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी व विभागीय अधिकारियों को प्रार्थना पत्र भी दिया था। जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र ने शिक्षक संघ के पदाधिकारियों की बातों को सुनकर बताए गए तथ्यों की जांच करवाकर नियमानुसार सही पाए जाने वाले शिक्षकों पर दर्ज एफआईआर निरस्त करवाने को आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में विश्वनाथ पाठक, देवेंद्र सिंह, तनवीर आलम, भुवनेश्वर पाठक, बृजेश कुमार गुप्ता मौजूद रहे।

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