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शिक्षामित्र मांगों को लेकर घर पर रहकर ही दर्ज कराएंगे विरोध-Shikshamitra news

 शिक्षामित्र मांगों को लेकर घर पर रहकर ही दर्ज कराएंगे विरोध :-

आगरा। 31 मई को प्रदेश के समस्त शिक्षामित्र घर पर रहकर ही पंचायत चुनाव के दौरान संक्रमित होकर कोरोना से जान गंवाने बाले शिक्षामित्रों को सोशल मीडिया के माध्यम से संवेदना ब्यक्त करते हुए अपनी श्रद्धांजलि देंगे तथा सरकार को अपना वादा याद दिलाते हुए स्थाई समाधान की माँग को लेकर शर्मा कमैटी की रपाई को सार्वजनिक करने और जून माह का मानदेय भुगतान करने व पंचायत चुनाब में लगे 200 से अधिक शिक्षामित्रों की कोरोना संक्रमण से हुई मृत्यु का जिम्मेदार ठहराते हुए सभी शाहिद शिक्षामित्रों के आश्रित परिवार को 50 लाख रुपये आर्थिक सहायता व परिवार से एक सदस्य को नोकरी देने व 60 वर्ष की उम्र तक 50% भुगतान की माँग को लेकर घर पर रहते हुए सोसल मीडिया के माध्यम से अपना विरोध दर्ज कराएंगे । ज्ञात हो कि इससे पहले 2017 में माननीय सर्वोच्च न्यायालय से समायोजन निरस्त होने के बाद से प्रदेश में अब तक अवसाद एवं आर्थिक

तंगी के कारण 4 हजार से अधिक शिक्षामित्रों की जान जा चुकी है । लेकिन सरकार की तरफ से किसी भी


प्रकार की मदद नहीं की गई है जबकि संविधान के अनुसार चुनी हुई सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि उनकी रोजी रोटी की ब्यवथा करे । उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह छौंकर ने कहा है कि सरकार लगाकर लोकतंत्र का ग जरूर घोंट सकती है। लेकिन किसी को अपने अधिकारों से बंचित नहीं कर सकती है । लोकतंत्र में संबैधानिक तरीका से अपनी माँग रखने का अधिकार हर किसी को पदत्त है इसे हमसे कोई नहीं छीन सकता सरकार तानाशाही अपना रही है इस तरह से तुम किसी की आवाज को नहीं दवा सकते ये मौलिक अधिकारों का हनन है। लेकिन शिक्षामित्र अब डरने बाले नहीं हैं और सरकार को अब उसी की भाषा मेजबाब देने को तैयार हैं जिस सोसल मीडिया का स्तेमाल करके सरकार सत्ता पर काबिज हुई थी अब उसी सोसल मीडिया को अपना हथियार बनाकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे ।

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