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अनलॉक में भर्तियों ने पकड़ी रफ्तार, साथ ही पीसीएस-2018 से विषयों को हटाने को बनाया मुद्दा

अनलॉक में भर्तियों ने पकड़ी रफ्तार, साथ ही पीसीएस-2018 से विषयों को हटाने को बनाया मुद्दा

प्रयागराज : लॉकडाउन में रुकी भर्तियों का काम अनलॉक में रफ्तार पकड़ चुका है। भर्ती संस्थान लंबित कार्यो को तेजी से निस्तारित करके युवाओं को रोजगार मुहैया कराने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। खासकर उप्र लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) की तेजी प्रतियोगियों को काफी रास आ रही है।

यूपीपीएससी रुकी भर्तियों को पूरी कराने में विशेष ध्यान दे रहा है। इसके तहत पीसीएस-2018 मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी करके इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं, कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने भी कुछ रिजल्ट जारी करने के साथ नई भर्ती निकाली है। जबकि उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग का काम अभी रफ्तार नहीं पकड़ पाया है। यहां से सिर्फ विज्ञापन संख्या 47 के तहत समाजशास्त्र का रिजल्ट जारी हुआ है। इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी होने के एक-दो दिन बाद रिजल्ट भी घोषित कर दिया जाता है। यूपीपीएससी ने अनलॉक में सहायक कुलसचिव के 73, जल विज्ञानी के 15, जीआइसी प्रवक्ता अर्थशास्त्र के 17, भूगोल के पांच, समाजशास्त्र के एक, गणित के नौ, वाणिज्य के पांच व हंिदूी के 57 पदों का रिजल्ट घोषित किया। अधिकतर को नियुक्ति मिल गई। एसएससी ने अनुवादक-2019 पेपर-2, सीजीएल-2019 टियर-1 का रिजल्ट घोषित किया। जबकि दिल्ली पुलिस व केंद्रीय सशस्त्र बल में सब-इंस्पेक्टर की 169 पदों की भर्ती निकाली है।

राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : उप्र लोकसेवा आयोग द्वारा लिए गए नए निर्णयों का विरोध मुखर हो रहा है। प्रतियोगी उसे बदलकर पुरानी व्यवस्था लागू करने की मांग तेज कर रहे हैं। इसके मद्देनजर गुरुवार को भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के बैनर तले प्रतियोगियों की बैठक हुई। वक्ताओं ने कहा कि पिछले 15 वर्षो में 90 प्रतिशत प्रतियोगी छात्रों ने पीसीएस मुख्य परीक्षा में मानविकी के तहत रक्षा अध्ययन, समाज कार्य, इतिहास, भूगोल तथा दर्शनशास्त्र जैसे विषयों को लिया है। इन विषयों में उन्हें सबसे अधिक अंक मिलते थे।

बिना किसी सूचना के आयोग ने पीसीएस-18 में इन विषयों को हटा दिया। इसके साथ ही स्केलिंग प्रक्रिया को लागू करने में भी ईमानदारी नहीं बरती गई है। मोर्चा अध्यक्ष कौशल सिंह का कहना है कि पीसीएस में आइएएस पैटर्न लागू होने से अंग्रेजी माध्यम के अभ्यर्थियों का चयन बढ़ा है, जबकि हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों के चयन में गिरावट आयी है। इस भेदभाव के खिलाफ सड़क पर उतरकर आंदोलन छेड़ा जाएगा। अभ्यर्थियों को एकजुट करने के लिए सोशल मीडिया में अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही ई-मेल, ट्विटर के जरिए केंद्रीय गृहमंत्री, मुख्यमंत्री व काíमक सचिव को आयोग अध्यक्ष की गलत कार्यप्रणाली का ब्योरा भेजा जा रहा है।

प्रवक्ता इतिहास का रिजल्ट घोषित

राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश विशेष अधीनस्थ शिक्षा सेवा (महिला संवर्ग) के अंतर्गत राजकीय इंटर कालेज के प्रवक्ता इतिहास पद का रिजल्ट घोषित किया है। इसके तहत 26 पदों का रिजल्ट घोषित किया गया है। सीधी भर्ती के तहत 29 व 30 जून को अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया गया था।

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