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दो साल बाद भी शिक्षकों के अवशेष वेतन का भुगतान नहीं


महाराजगंज

परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में तैनात करीब आठ सौ सहायक अध्यापकों का अवशेष वेतन का भुगतान दो साल बाद भी नहीं हो पाया है। शिक्षक एरियर भुगतान के लिए नौ माह पहले सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद पत्रावली बेसिक शिक्षा विभाग के लेखा अनुभाग में जमा कर भुगतान का इंतजार कर रहे हैं। विभाग ग्रांट नहीं मिलने के हवाला देकर हाथ खड़ा कर ले रहा है। शिक्षकों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि जब एरियर का भुगतान बकाया है तो विभाग को पहले ही वित्त नियंत्रक से बजट की मांग करना चाहिए था। अब मार्च माह शुरू हो गया है। अगर बजट नहीं मिला तो एरियर भुगतान का मामला फिर अधर में लटक जाएगा।

69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के तहत वर्ष 2020 व 2021 में 69 हजार शिक्षक भर्ती के तहत दो चरण में कुल 1235 सहायक अध्यापकों की प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति हुई थी। पहले चरण के अधिकांश शिक्षकों का एरियर भुगतान हो चुका है, लेकिन अभी तक करीब पौने पांच सौ शिक्षकों का एरियर भुगतान नहीं हो पाया है। इसमें आठ सौ से अधिक शिक्षक शामिल हैं। नाम-पता का पुलिस वेरीपिकेशन होने के बाद बीएसए कार्यालय ने एरियर भुगतान के लिए आदेश लेखा विभाग को जारी कर चुका है। नौ माह से पत्रावली लेखा विभाग में पड़ी है, लेकिन विभाग के कर्मियों का कहना है कि एरियर भुगतान के लिए अभी बजट नहीं मिला है।

सात जुलाई तक जमा पत्रावली पर ही एरियर का भुगतान

बेसिक शिक्षा विभाग के लेखा अनुभाग में सात जुलाई 2022 तक एरियर भुगतान के लिए जितने शिक्षकों ने पत्रावली जमा किया था केवल उन्हीं का अवशेष वेतन का भुगतान हो पाया है। सात जुलाई के बाद जमा पत्रावली में से किसी भी शिक्षक का एरियर भुगतान नहीं हुआ है। शिक्षक नौ माह पहले एरियर भुगतान का आदेश समेत नियुक्ति व कार्यभार ग्रहण करने से जुड़े सभी अभिलेख के साथ एरियर भुगतान के लिए आवेदन किया है। पर, भुगतान नहीं हो पा रहा है।


एरियर भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। मद में जितनी धनराशि थी उसके हिसाब से अधिकांश शिक्षकों का एरियर भुगतान कर दिया गया है। कुछ भुगतान अवशेष हैं उनके लिए ग्रांट की मांग की गई है। धन मिलते ही सभी शिक्षकों का एरियर भुगतान कर दिया जाएगा

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