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अब सॉफ्टवेयर के जरिए होगी शिक्षकों की तैनाती, परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की बहाली में अब नहीं हो सकेगी मनमानी


बहराइच। परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का उत्पीड़न अब बंद होगा। निलंबन के बाद शिक्षकों की तैनाती मनमाने तरीके से नहीं की जा सकेगी। निलंबन अवधि पूरी करने के बाद शिक्षकों को सॉफ्टवेयर के माध्यम से स्कूल आवंटित किया जाएगा। इसके लिए मानव संपदा पोर्टल में परिवर्तन किया जा रहा है। सॉफ्टवेयर के माध्यम से स्कूल आवंटित होने पर इसमें धांधली की शिकायतों पर भी अंकुश लगेगा।

परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को बहाल होने पर खंड शिक्षाधिकारियों की ओर से जाएगा। फिर बहाल किया जाता था, लेकिन इसमें आए दिन शिक्षकों का उत्पीड़न करने समेत अन्य आरोप भी लगते थे। ऐसी स्थिति को दूर करते हुए पारदर्शी तरीके से शिक्षकों को बहाल करने के लिए अब नई व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके तहत अब निलंबन के बाद शिक्षकों का ब्यौरा मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड किया

वहीं बहाली के समय दंड की स्थिति में दूसरे ब्लॉक के एकल या शून्य शिक्षक वाले स्कूलों में तैनाती दी जाएगी। इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। नये नियम के अनुसार बेसिक शिक्षाधिकारी जिस दिन निलंबन का आदेश जारी करेंगे, उसी दिन पोर्टल पर अनुमोदन भी कर देंगे।

शिक्षक की सर्विस बुक में इसकी इंट्री अंकित की जाएगी। जब शिक्षकों का वेतन बनेगा तब निलंबन की एंट्री दिखने लगेगी। बिना किसी दंड के बहाली की स्थिति में उसी विद्यालय में तैनाती दी जाएगी। लघु दंड के रूप में उसी ब्लॉक के सबसे अधिक आवश्यकता वाले विद्यालय और दीर्घदंड में दूसरे ब्लॉक या जिले के किसी एकल या शून्य शिक्षक वाले स्कूल को चुना जाएगा। यह आवंटित स्कूल संबंधित शिक्षक के बहाली आदेश और सर्विस बुक में खुद अंकित हो जाएगा।
सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही शिक्षकों को स्कूल आवंटन करने के साथ ही मृतक आश्रितों की भर्ती समेत अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। ऐसे में कोई भी शिक्षक किसी भी अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप नहीं लगा सकेगा। एआर तिवारी, बीएसए

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