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PRIMARY KA MASTER : ग्रीष्मकालीन अवकाश ने बढ़ाई शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों तथा रसोइयों की मुश्किलें जानें क्या है वजह

 PRIMARY KA MASTER : ग्रीष्मकालीन अवकाश ने बढ़ाई शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों तथा रसोइयों की मुश्किलें जानें क्या है वजह

महराजगंज । परिषदीय स्कूलों में वर्ष 2022 से 16 जून तक ही ग्रीष्मावकाश का नया प्रयोग रसोईयो शिक्षामित्रो व अनुदेशकों की मुश्किले बढ़ा दी है। रसोईया मई माह में मानदेय न पाने के बावजूद भी दशको से भोजन बनाते आ रहे है तो अब उनके लिए जून में भी स्कूल खुलने से उन्हें बिना पारिश्रमिक भोजन परोसने का एक और जिम्मा निभाना पड़ेगा। जून में ही स्कूल खुलने के कारण शिक्षामित्र और अनुदेशक भी मुश्किलो में पड़ गये है क्योकि इन्हे भी जून का मानदेय नहीं मिलता है। 


मई माह में 20 दिन स्कूल में भोजन परोसने वाले रसोईएं इस मुद्दे को लेकर आंदोलन करते रहे है लेकिन सरकार द्वारा न तो मई का मानदेय दिया गया और न ही मई माह में मध्यान्ह भोजन में बनाने से मुक्त रखा गया। रसोईयो के अलावा शिक्षामित्र व अनुदेशक भी जून मेंस्कूल खुलने के फरमान से परेशान है।


 


शिक्षामित्रोव अनुदेशकों को मात्र 11 माह का मानदेय दिया जाता है। ऐसे में जून माह में बिना मानदेय ड्यूटो को लेकर उहापोह की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष राधेश्याम गुप्ता ने कहा कि नैतिकता के आधार पर जून में ने कार्य लेने पर मानदेय भी दिया जाना चाहिए। संगठन प्रान्तीय नेतृत्व के माध्यम से प्रदेश सरकार के समक्ष इस मुद्दे को उठाएगा।

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