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भर्तियों में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी के खिलाफ छात्रों ने कराया मुंडन, पिंडदान करने से पहले पुलिस ने लिया हिरासत में, इन मुद्दों पर आंदोलन कर रहे छात्र


प्रयागराज : भर्तियों में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों ने बृहस्पतिवार को संगम तट पर मुंडन कराया। इसके बाद सत्ता का पिंडदान करने की तैयारी थी, लेकिन पुलिस फोर्स ने मुंडन करने वाले नाई और दो छात्रों को हिरासत में ले लिया। कार्यक्रम बीच में ही रोक दिया गया।

छात्रों और नाई के खिलाफ शांति भंग में चालान की कार्रवाई की गई। बाद में तीनों को छोड़ दिया गया। छात्रों का कहना है कि उनका आंदोलन जारी रहेगा और अगली बार सत्ता का पिंडदान करेंगे।

प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के पूर्व घोषित कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए सुबह से ही संगम तट और आसपास बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। छात्र वहां 11.30 बजे के आसपास पहुंचे। एक घंटे तक पुलिस और छात्रों के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहा।

छात्रों को जब कहीं जगह नहीं मिली तो संगम नोज पर दोपहर 12.30 बजे मुंडन कराने के लिए बैठ गए। जैसे ही कुछ छात्रों का मुंडन हुआ, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हंडिया निवासी प्रतियोगी छात्र आशुतोश पांडेय, भदोही के रहने वाले छात्र आशुतोष पांडेय और मुंडन करने वाले रीवा (मध्य प्रदेश) निवासी नाई सुशील सेन को हिरासत में ले लिया।


पुलिस ने रोक दिया पिंडदान का कार्यक्रमपुलिस की इस कार्रवाई पर छात्रों ने विरोध दर्ज कराते हुए पिंडदान का कार्यक्रम रोक दिया। पुलिस ने भी लाठी भांजते हुए छात्रों को वहां से हटा दिया। आशुतोष और कुछ छात्रों का आधा मुंडन ही हो पाया था। पुलिस ने आशुतोष, अनपुम और सुशील के खिलाफ शांति भंग में चालान की कार्रवाई करने के बाद उन्हें छोड़ दिया।

प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय एवं मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा की है। उनका कहना है कि प्रतियोगियों की जायज मांगों पर इस प्रकार बर्बरता पूर्वक दमन का सहारा ले कर सरकार कहीं न कहीं अपने डर और भ्रष्टाचारियों को बचाने के अपने एजेंडे को प्रदर्शित कर रही है, लेकिन प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति इस लड़ाई को जारी रखेगी।

इन मुद्दों पर आंदोलन कर रहे छात्र

सीबीआई जांच में तेजी लाने के लिए एसआईटी का गठन हो

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में भ्रष्टाचार पर तत्काल रोक लगाई जाए और बोर्ड के अंदर बैठे नकल माफिया की जांच हो

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