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शीतकालीन अवकाश में प्रशिक्षण कराने का विरोध

 शीतकालीन अवकाश में प्रशिक्षण कराने का विरोध


फर्रुखाबाद (एसएनबी) । प्राथमिक शिक्षक संघ के नेताओं ने ब्लाक स्तर पर ज्ञापन देकर फाउंडेशन लिट्रेसी एवं न्यूमरेसी पर आधारित शिक्षक प्रशिक्षण को शीतकालीन अवकाश के दौरान न कराए जाने की मांग की। बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को शीतकालीन अवकाश के दौरान प्रशिक्षण न कराने तथा परियोजना की ओर से मिले आदेशों का शत प्रतिशत पालन करने के निर्देश दिए।



शुक्रवार को जिले के सातों ब्लाकों में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्षों ने अन्य पदाधिकारियों के साथ खंड शिक्षाधिकारियों को ज्ञापन दिए । दिए गए ज्ञापन में ब्लाक अध्यक्षों ने कहा कि में परियोजना की ओर से शिक्षकों का प्रशिक्षण कराए जाने के निर्देश दिए गए है। यह प्रशिक्षण 13 दिसंबर से 31 जनवरी 2022 के मध्य कराए जाएंगे। शिक्षक नेताओं ने कहा कि इस अवधि के दौरान 31 दिसंबर से 14 जनवरी 2022 तक शीतकालीन अवकाश भी है। अवकाश के दौरान शिक्षकों और शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण कराया जाना उचित नहीं है। सचिव बेसिक शिक्षा की ओर से जारी टाइम एंड मोशन स्टडी व अवकाश तालिका के आधार पर शैक्षणिक कार्यों की अवधि का निर्धारण किया गया है। राजेपुर ब्लाक अध्यक्ष अमित मिश्रा ने कहा कि शीतकालीन अवकाश के दौरान शिक्षक अपने व्यक्तिगत कार्यों की योजना बना चुके हैं। अनेक शिक्षकों और शिक्षामित्रों ने यात्रा के लिए अपना आरक्षण भी कराया जा चुका है। शिक्षक नेताओं ने खंड शिक्षाधिकारी सहित बीएसए से शीतकालीन अवकाश के दौरान शिक्षकों का प्रशिक्षण न कराए जाने की मांग की। मामले को संज्ञान में लेते हुए बीएसए लाल जी यादव ने बताया कि शीतकालीन अवकाश के दौरान शिक्षकों का प्रशिक्षण नहीं कराने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों को दे दिए गए हैं। शीतकालीन अवकाश से पहले और बाद में प्रशिक्षण को पूरा कराने की जिम्मेदारी खंड शिक्षाधिकारियों को दी गई है।

शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विजय बहादुर यादव ने कहा कि यदि शीतकालीन अवकाश के दौरान शिक्षकों का प्रशिक्षण करवाया गया तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में मुन्नालाल यादव, नीरज सक्सेना, शकील खान आदि मौजूद रहे।

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