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फर्जी व संदिग्ध शिक्षकों पर सख्ती, सभी बीएसए से मांगी रिपोर्ट

 फर्जी व संदिग्ध शिक्षकों पर सख्ती, सभी बीएसए से मांगी रिपोर्ट

प्रदेश के 3049 अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में फर्जी और संदिग्ध शिक्षकों को लेकर शासन सख्त है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने 24 जून को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों से ऐसे शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के अभिलेखों की जांच के निर्देश दिए हैं।


महानिदेशक ने एक जून को पत्र भेजकर अभिलेखों की जांच के संबंध में अब तक की कार्रवाई की सूचना 15 जून तक मांगी थी। लेकिन अधिकांश जिलों के बीएसए ने सूचना नहीं भेजी। इसके बाद 24 जून को पत्र लिखकर तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। देरी पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

प्रबंधकों की सांठगांठ से हुई थी मनमानी भर्तीः अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों के प्रबंधक पहले बेसिक शिक्षा अधिकारियों से सांठगांठ कर शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति कर लेते थे। इसमें लाखों का खेल होता था। 2011 से 2016 तक सैकड़ों नियुक्तियां की गई। प्रयागराज में ही एक स्कूल की अनुमन्यता न होने के बावजूद 4 शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई थी।

शासन के निर्देश पर जिले के 106 एडेड जूनियर हाईस्कूलों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के अभिलेख उपलब्ध कराने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों को दिए हैं ताकि सत्यापन कराया जा सके। ये सूचनाएं मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड की
जाएगी। संजय कुशवाहा, बेसिक शिक्षा अधिकारी


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