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टल रही परीक्षाएं, चयन और नियुक्ति पर संकट

 टल रही परीक्षाएं, चयन और नियुक्ति पर संकट

प्रयागराज : कोरोना संक्रमण को लेकर लागू बंदिशें प्रतियोगियों के भविष्य पर विपरीत प्रभाव डाल रही हैं। भर्ती परीक्षाएं लगातार स्थगित हो रही हैं। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग अप्रैल से जून तक की सभी परीक्षाएं स्थगित कर चुका है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए अन्य परीक्षाओं के भी स्थगित होने के आसार हैं। लगातार परीक्षाएं स्थगित होने से चयन व नियुक्ति प्रक्रिया भी प्रभावित होगी। प्रतियोगियों को उसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि उन्हें नए सिरे से आयोजित करना आयोग के समक्ष बड़ी चुनौती होगी।


कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति को देखते हुए आयोग ने सबसे पहले 17 अप्रैल को प्रस्तावित प्रवक्ता राजकीय डिग्री कालेज (स्क्रीनिंग) परीक्षा-2020 को स्थगित किया था। इसके बाद 23 मई को प्रस्तावित प्रधानाचार्य श्रेणी-2/उप-प्रधानाचार्य/सहायक निदेशक (स्क्रीनिंग) परीक्षा-2019, 30 मई को प्रस्तावित सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2020, 13 जून को प्रस्तावित सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) व सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी (एसीएफ-आरएफओ)-2021 की प्रारंभिक परीक्षा, 20 जून को प्रस्तावित प्रवक्ता (पुरुष/महिला) राजकीय इंटर कालेज प्रारंभिक परीक्षा-2020 भी स्थगित कर दी गई। आयोग को इन परीक्षाओं को कराने के लिए नए सिरे से कवायद करनी होगी। वहीं, परीक्षा कैलेंडर में भी व्यापक बदलाव करना पड़ेगा। यह प्रक्रिया पूरी करना आयोग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। वहीं, मौजूदा समय चिकित्साधिकारी, डायट प्रवक्ता, प्राचार्य जैसी भर्तियों का रिजल्ट तैयार करने का काम भी रुक गया है। पीसीएस-2020, आरओ/एआरओ-2016 के चयनित अभ्यíथयों की नियुक्ति फंसी है। इसके अलावा एसीएफ/आरएफओ यानी सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी-2020 के 12, डायट प्रवक्ता के 45, प्रवक्ता राजकीय डिग्री कालेज के 712, एलटी ग्रेड-2018 के तहत हंिदूी के 1400 व सामाजिक विज्ञान विषय के 1851, प्रवक्ता राजकीय इंटर कालेज के 17, आरओ/एआरओ-2016 के 260, प्राविधिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रवक्ता कंप्यूटर के 74 चयनितों को नियुक्ति नहीं मिली है। इसमें अधिकतर के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हुआ है, जबकि कुछ की नियुक्ति शासन स्तर पर रुकी है।

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