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केंद्र व प्रदेश सरकार ने शिक्षामित्रों के साथ किया छलावा

 केंद्र व प्रदेश सरकार ने शिक्षामित्रों के साथ किया छलावा

गोण्डा। रविवार को प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ की बैठक स्थानीय गांधी पार्क में संपन्न हुई, जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अवधेश मणि मिश्र ने की मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला रहे।


बैठक को संबोधित करते हुए अवधेशमणि मिश्र ने कहा कि सरकार का 4 वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया, किन्तु शिक्षामित्रों को देश के प्रधानमंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा भविष्य को सुरक्षित करने हेतु आश्वस्त करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं किया गया। सरकार द्वारा शिक्षा मित्रों के साथ छलावा किया गया है। आज इनके बच्चे पढ़ाई व दवाई के लिये तड़प रहे हैं। सरकार शिक्षा मित्रों के साथ दोषारोपण कर रही है। 25 जुलाई 2017 में शिक्षक पद को कोर्ट में सरकार की लचर पैरवी के कारण निरस्त कर दिया गया तथा 40, 000 रूपये पाने वाले शिक्षामित्रों को सरकार ने 10, 000 मानदेय देने का निर्णय लिया, जबकि देश के अन्य प्रान्तों में उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों से अधिक सुविधा संविदा शिक्षकों को प्राप्त हो रही है । संविदा शिक्षक 30000 से 40000 तक प्रशिक्षित वेतनमान व अन्य शिक्षकों की भांति सभी सुविधाएं वहां की सरकारों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही हैं ।


शिक्षामित्रों ने बैठक करके देश के प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के के प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा तथा भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र में किए गए वादे को याद दिलाते हुए मांग की कि शिक्षामित्रों को अन्य प्रांतों की भांति प्रशिक्षित वेतनमान व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं तथा समायोजन निरस्त होने के उपरांत प्रदेश के करीब 3000 दिवंगत शिक्षामित्रों के परिवार को आर्थिक रुप से सहायता प्रदान की जाए।

बैठक में राम लाल साहू, अभिमन्यु मिश्र, फ़िरोज़ अहमद, राजेन्द्र वर्मा, तेजेन्द्र शुक्ल, वशिष्ठ पाण्डेय, केसरी नन्दन द्विवेदी, तिलक राम वर्मा, कृष्ण कुमार पाण्डे, अशोक मिश्रा, घनश्याम तिवारी, शिव शंकर, अनिल सिंह, शिव कुमार जायसवाल, जितेंद्र नाथ तिवारी, सुरेंद्र बहादुर सिंह, नूर अहमद, शिव प्रसाद, शिव शंकर यादव, मुन्नी देवी, संजू लता तिवारी, किरन श्रीवास्तव, इंदू पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में शिक्षामित्र उपस्थित रहे ।

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