Header Ads

अब मदरसों में शुरू की गई फर्जी शिक्षकों की तलाश, प्रमाण पत्रों की जांच कर रही है विशेष प्रशासनिक टीम

अब मदरसों में शुरू की गई फर्जी शिक्षकों की तलाश, प्रमाण पत्रों की जांच कर रही है विशेष प्रशासनिक टीम

प्रयागराज : कस्तूरबा गांधी आवासीय ब्रालिका विद्यालय में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी करने वाली शिक्षिका का मामला सामने आने के बाद अब मदरसों के शिक्षकों की भी जांच शुरू हो गई है। इसके लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। यह कमेटी एक पखवाड़े में अपनी रिपार्ट सौंपेगी। जालसाजी कर स्कूलों में नियुक्त हो जा रह फर्जी शिक्षकों के मामले में प्रदेश सरकार का रुख कड़ा है। 

कस्तूरबा और माध्यमिक विद्यालयों में फर्जी शिक्षकों की जांच चल रही है। अब प्रदेश भर के मदरसों में तैनात शिक्षकों की भी जांच शुरू हो गई है। इसी क्रम में प्रयागगाज के 146 मदरसों में तैनात सैकड़ों शिक्षकों के अभिलेख ब प्रमाण पत्र खंगाल जा रहे हैं। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी के निर्देश पर सीढ़ीओ आशीष कुमार न जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। इसमें एड्रीएम वित्त एवं राजस्व अध्यक्ष हैं, जबकि डीआइओएस, डायट प्राचार्य और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को सदस्य बनाया गया है। CDO ने बताया कि यह टीम सभी अनुदानित और मान्यता प्राप्त मदरसों में तैनात शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच करगी। जांच टीम को एक फार्मेट दिया गया है। उसमें शिक्षकों का विवरण भरना है। टीम ने 17 जुलाई से जांच शुरू कर दी है और इसे 15 दिन में पूरा करके रिपार्ट सॉपना है। उन्होंने बताया कि इसमें जो भी फर्जी पाया जाएगा, उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही वेतन को रिकवरी की जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं