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शिक्षकों में छुट्टियों में ऑनलाइन क्लास के आदेश से नाराजगी

शिक्षकों में छुट्टियों में ऑनलाइन क्लास के आदेश से नाराजगी

छुट्टियों में ऑनलाइन क्लास चलाने के अफसरों के मौखिक आदेश से माध्यमिक शिक्षकों में नाराजगी है। शिक्षक संगठन इसके विरोध में उतर आए हैं। उनका कहना है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से 23 दिसंबर 2019 को जारी अवकाश सूची के मुताबिक 21 मई से 30 जून तक ग्रीष्मावकाश घोषित है।

इसे बदलने का शासन या विभाग का कोई आदेश उपलब्ध नहीं है। इसके बावजूद प्रयागराज, फतेहपुर समेत कुछ जिला विद्यालय निरीक्षक व्हाट्सएप ग्रुपों में मैसेज डालकर ऑनलाइन/ वर्चुअल शिक्षण कार्य 30 जून तक चलाने का निर्देश दे रहे हैं। अध्यापकों को मुख्यालय नहीं छोड़ने का आदेश भी दिया गया।माध्यमिक शिक्षक संघ ( ठकुराई गुट) के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी ने कहा कि सरकार के निर्देश पर 20 अप्रैल से चल रही ऑनलाइन/वर्चुअल कक्षाओं से बमुश्किल 15 से 20 प्रतिशत विद्यार्थी लाभान्वित हैं। अनुमान लगाया गया था कि शायद 31 मई के बाद ऑनलाइन क्लास बंद करके ग्रीष्मावकाश घोषित किया जाएगा।

लॉकडाउन के कारण विद्यालय बंद होने से छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में व्यवधान हुआ है। इसलिए उनके पाठ्यक्रम पूरा करने, उन्हें ग्रीष्मावकाश में भी पढ़ाई के प्रति जागरूक रखने एवं सतत बनाए रखने के लिए ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखना जरूरी है। - आरएन विश्वकर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक

21 मई से 30 जून तक ग्रीष्मावकाश घोषित होने के बावजूद जिला विद्यालय निरीक्षक का ऑनलाइन/वर्चुअल शिक्षण कार्य 30 जून तक चलाने का आदेश पूरी तरह मनमानीपूर्ण है। इस बारे में तत्काल स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किया जाए। -डॉ. हरि प्रकाश यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष अटेवा

नियमत: विद्यालय 21 मई को बंद हो चुके हैं। ऐसी दशा में जिला विद्यालय निरीक्षकों का ऑनलाइन क्लास जारी रखने का आदेश नियमों के विपरीत है। ग्रीष्मावकाश की वर्तमान स्थिति को लिखित रूप में स्पष्ट किया जाना चाहिए। -डॉ.अनिल श्रीवास्तव, मुख्य महासचिव शैक्षिक महासभा

माध्यमिक स्कूलों में शासनादेश के अनुसार हो चुकी है छुट्टी अफसर 30 जून तक वर्चुअल क्लास चलाने का बना रहे दबाव शिक्षक संगठन मौखिक रूप से दबाव बनाने के विरोध में उतरे