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स्कूलों में नहीं फर्नीचर, सर्दी में आसमां के तारे जमीं पर

 स्कूलों में नहीं फर्नीचर, सर्दी में आसमां के तारे जमीं पर


इटावा। ठंड का मौसम शुरू हो चुका है, लेकिन परिषदीय स्कूलों के बच्चों को बैठने के लिए फर्नीचर के इंतजाम नहीं हैं। ठंड में बच्चे जमीन पर बैठकर ही पढ़ाई करने को मजबूर हैं। इससे बच्चों के बीमार होने का खतरा बना रहता है। लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।




बेसिक शिक्षा विभाग जिले में 1484 परिषदीय स्कूलों का संचालन कर रहा हैं। शासन से इन स्कूलों में आपरेशन कायाकल्प का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत बच्चों के लिए सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता कराई जानी है। इनमें बच्चों के बैठने के लिए कुर्सी-मेज की भी व्यवस्था शामिल है।




पंचायती राज विभाग ने वर्ष 2020-21 में परिषदीय स्कूलों में फर्नीचर उपलब्ध कराया था । इसके बाद कुछ भी जिले के कई विद्यालयों के बच्चे इसके अभाव में पढ़ाई कर रहे हैं। पिछले वर्ष बेसिक शिक्षा विभाग ने 57 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर उपलब्ध कराया था। वहीं, इस वर्ष 18 विद्यालयों में फर्नीचर के लिए स्वीकृति मिल गई है। जिले में अधिकतर स्कूल ऐसे हैं जिनमें बच्चों के लिए फर्नीचर की व्यवस्था नहीं हो सकी है। कई विद्यालयों में बच्चों की संख्या की अपेक्षा फर्नीचर की कमी है इससे मजबूरन शिक्षक बच्चों को जमीन पर बैठाकर पढ़ाई कराते है। ठंड में ठिठुरते हुए बच्चे जमीन पर बिछी दरी पर बैठकर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं। जिले के परिषदीय स्कूलों में फर्नीचर की पड़ताल करती से रिपोर्ट




चटाई पर पढ़ाई करते 217 बच्चे




बकेवर। कस्बा स्थित कंपोजिट विद्यालय में प्राथमिक स्तर की कक्षाओं के लिए फर्नीचर नहीं है। विद्यालय में एक से पांच तक के 217 बच्चे पंजीकृत हैं। वहीं, जूनियर की कक्षाओं के लिए फर्नीचर की व्यवस्था है। प्रधानाचार्य बलराज चतुर्वेदी ने बताया कि प्राथमिक स्तर के बच्चे चटाई और फर्श पर बैठकर पढ़ाई करते है। उन्होंने नगर पंचायत से कई बार संपर्क भी किया पर कोई फर्नीचर उपलब्ध नहीं कराया गया। वहीं, दो दानदाताओं ने कक्षा एक के लिए फर्नीचर जरूर उपलब्ध करवा दिया है।




बच्चों की अपेक्षा कम है फर्नीचर


जसवंतनगर। क्षेत्र के ग्राम गारमपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में 42 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। शनिवार को विद्यालय में 35 बच्चे उपस्थित रहे। प्रधानाध्यापक सतेंद्र सिंह ने बताया कि फर्नीचर की कमी के चलते बच्चों को जमीन पर बैठाकर ही शिक्षा देनी पड़ती है। वहीं, प्राथमिक विद्यालय पुल की नगरिया के प्रधानाध्यापक सुरजीत सिंह ने बताया कि विद्यालय में 77 बच्चे पंजीकृत हैं। फर्नीचर की कमी के कारण बच्चे ठंड में जमीन में बैठने को मजबूर हैं।








400 बच्चों के बीच उपलब्ध हैं दस टेबल


ताखा/इकदिल। ताखा क्षेत्र के कायमपुरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में 47 बच्चे पंजीकृत है। प्रधानाचार्य सोनी राजावत ने बताया कि फर्नीचर के लिए कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इकदिल स्थित कंपोजिट विद्यालय की प्रधान अध्यापिका सुमन वर्मा ने बताया कि विद्यालय में 400 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। वर्ष 2021 में दस लकड़ी की टेबल उपलब्ध करवाई गई थी। बड़ी संख्या में बच्चे फर्श पर ही चटाई पर बैठते हैं।





विद्यालयों को किया जा रहा चिह्नित


भरथना। क्षेत्र के अंतर्गत नगला गुदे गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में फर्नीचर के अभाव में छात्र जमीन पर टाट-पट्टी पर बैठ कर पढ़ाई करते हैं। विद्यालय में कुल 41 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। इससे बच्चों के बीमार होने का खतरा बना रहता है। बीईओ सर्वेश कुमार ने कहा कि फर्नीचर विहीन परिषदीय विद्यालयों को चिह्नित कर फाइल भेजी गई है। संस्तुति होने पर विद्यालयों को फर्नीचर उपलब्ध कराया जाएगा।




जिन परिशदीय विद्यालयों में फर्नीचर को लेकर समस्या है। उनमें फर्नीचर के लिए उच्चाधिकारियों से बात कर समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। -डॉ. राजेश कुमार, बेसिक शिक्षाधिकारी

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