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जनपद में 07 साल बाद शिक्षकों की पदोन्नति की तैयारी

गोंडा। सात सालों से रुकी प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों की पदोन्नति की प्रक्रिया अब शुरू होगी। शासन से हरी झंडी मिलने के बाद निदेशक बेसिक शिक्षा ने ब्यौरा मांगा है। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों से मौजूदा स्थिति की रिपोर्ट 12 जनवरी से पहले तलब की है। रिक्त पदों की रिपोर्ट तैयार होने के बाद पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू होगी।


जिले में दो हजार पद रिक्त हैं, लेकिन इस बीच कई शिक्षक रिटायर हो चुके हैं। इससे स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। सबसे अधिक कमी तो प्राइमरी स्कूलों में प्रधानाध्यापक और जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापकों की है। करीब एक हजार प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक से ही प्रधानाध्यापक का प्रभार देकर कार्य लिया जा रहा है। जिससे पढ़ाई भी प्रभावित है। इसी तरह जूनियर हाईस्कूलों में भी आठ सौ के करीब सहायक अध्यापकों की कमी है। ऐसा तब है जब तीन हजार से अधिक शिक्षक छह साल की सेवा पूरी कर चुके हैं। कई तो दस साल की सेवा पूरी करने के बाद भी पदोन्नति नहीं पाए हैं।

जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक के पद पर नहीं होगी पदोन्नति
विभाग ने पदोन्नति प्रक्रिया शुरू तो की है, लेकिन जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति इस बार भी नहीं होगी। प्राइमरी स्कूलों के प्रधानाध्यापक और जूनियर स्कूलों के सहायक अध्यापकों के पद पर पदोन्नति होनी है।
वर्ष 2013 में राज्य सरकार ने पहली बार गणित व विज्ञान के 29334 शिक्षकों की सीधी भर्ती की थी। पदोन्नति होकर आए शिक्षक और सीधी भर्ती के शिक्षक अपनी ज्येष्ठता को लेकर आमने-सामने हैं। यह मामला हाईकोर्ट में है। इसलिए जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नति नहीं होगी।
डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में होगी पदोन्नति
शिक्षकों के पदोन्नति के लिए डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में कमेटी बनेगी। इसके लिए रिक्त पदों का ब्यौरा तैयार होने बाद आदेश जारी होंगे। पदोन्नति के लिए अभी मेरिट के मानक नहीं देखे जाएंगे। क्योंकि अभी तक मानव संपदा पोर्टल पर इसके तय मानकों पर शिक्षकों का मूल्यांकन नहीं किया गया है। इस बार पदोन्नति पुराने तरीके से ही होगी। डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। शिक्षकों की गोपनीय आख्या के आधार पर जिला स्तर पर ज्येष्ठता सूची तैयार करके आपत्तियां लीं जाएंगी और ज्येष्ठता सूची के आधार पर पदोन्नति होगी।
जिले के स्कूलों पर एक नजर
परिषदीय स्कूलों की संख्या - 2612
प्राथमिक विद्यालय - 1710
उच्च प्राथमिक विद्यालय - 421
कंपोजिट विद्यालय - 481
शिक्षकों की स्थिति पर एक नजर
प्रधानाध्यापक (उच्च प्राथमिक स्कूल) - 347
प्रधानाध्यापक प्राथमिक स्कूल - 2127
सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक स्कूल - 2127
सहायक अध्यापक प्राथमिक स्कूल - 5512
शासन ने पदोन्नति के आदेश जारी किए हैं। निदेशक की ओर से रिक्त पदों की रिपोर्ट मांगी गई है, जिसे तैयार कराया जा रहा है। अखिलेश प्रताप सिंह, बीएसए

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