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शिक्षक बने डीएम, सवाल पूछकर परखी बच्चों की शैक्षिक क्षमता


गौरीगंज (अमेठी) परिषदीय स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए शुक्रवार को डीएम ने जूनियर हाईस्कूल सरायखेमा का निरीक्षण किया। यहां डीएम जैन सिर्फ बच्चों को पढ़ाया बल्कि सवालों के माध्यम से उनकी बौद्धिक क्षमता का आकलन भी किया। इस दौरान परिसर में शिक्षकों को पूरे मनोयोग से बच्चों को शिक्षित करने का निर्देश दिया।



डीएम राकेश कुमार मिश्र शुक्रवार को अचानक उच्च प्राथमिक विद्यालय सामा पहुंच गए। स्कूल में डीएम ने मौजूद छात्र-छात्राओं से पढ़ाई के संबंध में जानकारी लेते हुए पाठ्य सामग्री बाद करने के टिप्स दिए। डीएम ने बच्चों से कहा कि प्रतिदिन पढ़ाई जरूरी है तो पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद में भी अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करें। निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापिका ने डीएम से बालिकाओं के लिए एक अतिरिक्त प्रसाधन बनवाने की मांग की। डीएम ने बीडीओ को परिसर में अतिरिक्त प्रसाधन बनवाने व साफ-सफाई की व्यवस्था बेहतर कराने को कहा। डीएम ने प्रधानाध्यापिका को बच्चों को इंडोर गेम खिलाने के निर्देश देते हुए बच्चों के पानी पीने के लिए के गिलास की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा शिक्षण कक्षाओं में पर्याप्त मात्रा में प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।

निरीक्षण के दौरान डीएम ने मिड-डे-मील, पाठ्य पुस्तक, जूता-मोजा, ड्रेस, बैग, रसोइयों के भुगतान की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश शिक्षकों को दिया। डीएम ने विद्यालय परिसर में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। निरीक्षण के दौरान स्कूल में पंजीकृत 218 छात्र-छात्राओं में 128 की स्कूल में उपस्थिति होने पर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक, बीडीओ हरिश्चंद्र व प्रधानाध्यापिका सुनीता सिंह समेत सभी शिक्षक व जिम्मेदार अफसर मौजूद रहे।

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