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ढाई किलो का घंटा: प्रत्येक प्रत्येक विद्यालय पर एक बड़ा घंटा होना चाहिए, नही है तो प्रधानाध्यापक/ प्रभारी प्रधानाध्यापक को खरीदना होगा, टाइम टेबल से होगी पढ़ाई

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक विद्यालय पर एक बड़ा घंटा होना चाहिए और घंटे के अनुसार ही पीरियड चलेंगे और प्रत्येक अध्यापक टाइम टेबल के अनुसार पढ़ाएगा। यदि निरीक्षण में किसी विद्यालय पर घंटा नहीं पाया जाता है तथा शिक्षक टाइम टेबल के हिसाब से शिक्षण कार्य करते हुए नहीं मिलता है तो संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक/ प्रभारी प्रधानाध्यापक को इसके लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार माना जाएगा।





समस्त प्रधानाध्यापक सुनिश्चित करें कम से कम ढाई किलो का घंटा विद्यालय में होना चाहिए। सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय के निर्देश के क्रम में अभियान चलाकर इसकी जांच कराई जाएगी।

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