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डीए फ्रीज होने से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की बचत पर चोट

 डीए फ्रीज होने से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की बचत पर चोट

डीए फ्रीज होने की चोट रिटायर होने वाले कर्मचारियों के फंड पर भी लगी है। जनवरी 2020 से जुलाई 2021 के बीच रिटायर होने वाले सैकड़ों कर्मचारियों को दो से तीन लाख रुपये कम फंड मिला। अकेले प्रयागराज में ही इस दौरान 500 से अधिक अफसर और कर्मचारी सेवानिवृत्त हो गए हैं, जिन्हें यह नुकसान उठाना पड़ा।



अफसरों और कर्मचारियाें को रिटायरमेंट पर 16 महीने से अधिक वेतन के बराबर ग्रेच्युटी और 10 महीने के अर्जित अवकास का भुगतान किया जाता है। इस तरह से इन दो मद में कुल साढ़े 26 महीने के वेतन के बराबर भुगतान किया जाता है। इन दोनाें ही फंड पर कर्मचारियों को डीए भी मिलता है लेकिन जनवरी 2020 से जुलाई 2021 के बीच महंगाई भत्ता फ्रीज रहा।


इसकी वजह से इस अवधि में रिटायर होने वाले कर्मचारियों की ग्रेच्युटी और अर्जित अवकाश कम निर्धारित हुई। वेतन और पेंशन निर्धारण के जानकार हरिशंकर तिवारी का कहना है कि इससे दो से तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ। उनका कहना है कि जुलाई 2021 से डीए और डीआर बढ़ाने जाने के बाद वेतन के साथ पेंशन भी रिवाइज हो गई लेकिन ग्रेच्युटी एवं अर्जित अवकाश के मद में हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो पाएगी।


एरियर की कर रहे मांग

केंद्रीय कर्मियों को जुलाई 2021 से बढ़े डीए का लाभ मिलने लगा है। प्रदेश सरकार ने भी इसकी घोषणा कर दी है लेकिन कर्मचारी फ्रीज डीए के एरियर की मांग कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने आंदोलन की भी तैयारी की है। कर्मचारियाें का कहना है कि एरियर मिलने से जनवरी 2020 से जुलाई 2021 के बीच सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के फंड में हुए नुकसान की भी भरपाई हो जाएगी।

कांफेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट इंप्लाइज एंड वर्कर्स के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चंद्र पांडेय का कहना है कि डीए फ्रीज होने से कर्मचारियों को करीब 75 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। एरियर की मांग को लेकर देशव्यापी धरना का निर्णय लिया गया है। एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन हर राज्य मुख्यालय पर होगा। तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।

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