Header Ads

आज खुलेंगे प्राइमरी स्कूल, इन नियमों का करना होगा पालन

 आज खुलेंगे प्राइमरी स्कूल, इन नियमों का करना होगा पालन

लखनऊ : कोरोना संक्रमण की वजह से लगभग 17 माह से बंद चल रहे प्राइमरी स्कूल बुधवार से खोले जा रहे हैं। विद्यालय प्रबंधन, विद्यार्थियों और अभिभावकों को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों से सहमति पत्र लिया जाएगा। विद्यालय प्रबंधन ने बच्चों के स्वागत की तैयारी की है, आरती के साथ उनका मुंह मीठा कराया जाएगा। कई निजी स्कूलों ने चाकलेट देने का भी निर्णय लिया है।


अभिभावक संघ ने जताया विरोध :पैरेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष पीके श्रीवास्तव ने स्कूल खोलने के निर्णय का विरोध किया है। उन्होंने गुरुवार को जिलाधिकारी व बीएसए को ज्ञापन देने की बात कही है। उनका कहना है कि निजी स्कूलों के दबाव में स्कूल खोले जा रहे हैं। विशेषज्ञ अक्टूबर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की संभावना जता रहे हैं। अभिभावक बच्चों के जीवन को संकट में नहीं डाल सकते। स्कूल प्रबंधन और सरकार को बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

अभिभावकों की सुविधा के अनुसार और शासन के निर्देशन के अनुरूप कोरोना प्रोटोकाल के तहत विद्यालय खोला जा रहा है।
ममता श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य, न्यू पब्लिक इंटर कालेज कृष्णानगर

बच्चों को सुबह साढ़े आठ बजे से हर आधे घंटे के अंतराल में बुलाया जाएगा।
सर्वजीत सिंह, अवध कालेजिएट

छोटे बच्चों की कक्षाएं नौ बजे से शुरू की जाएंगी। बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
अनिल अग्रवाल, एमडी , सेंट जोसेफ स्कूल

आठ बजे से कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा। कोरोना नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
ऋषि खन्ना, प्रवक्ता, सिटी मांटेसरी स्कूल

प्राइमरी के साथ जूनियर की भी कक्षाएं शुरू होंगी। सुरक्षा के इंतजाम कर लिए गए हैं।
विजय मिश्र, प्रवक्ता, लखनऊ पब्लिक स्कूल


इन नियमों का करना होगा पालन

’ उन्हीं छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा जिनके अभिभावक सहमति पत्र देंगे।

’ बच्चे को मास्क लगाना अनिवार्य और सैनिटाइजर लेकर आना होगा।

’ जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है उन स्कूलों का संचालन दो शिफ्ट में किया जाएगा।

’ पहली शिफ्ट सुबह 8 से 11 बजे तक और दूसरी शिफ्ट 11:30 से 2:30 बजे तक होगी

’ एक कक्षा में 20 से ज्यादा विद्यार्थी नहीं बैठाए जाएंगे

’ विद्यार्थी लंच बांटकर नहीं खाएंगे ।

’ जो विद्यार्थी विद्यालय नहीं आना चाहते उन्हें आनलाइन पढ़ाई की स्वतंत्रता होगी।

कोरोना प्रोटोकाल के तहत स्कूल बच्चों के स्वागत के लिए तैयार, विद्यालय भेजने के लिए अभिभावकों को देना होगा सहमति पत्र, आनलाइन पढ़ाई की भी स्वतंत्रता

कोई टिप्पणी नहीं