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राज्य अध्यापक पुरस्कार: जिले से अब तक सिर्फ एक आवेदन, बेसिक शिक्षक नहीं दिखा रहे आवेदन में रूचि

 राज्य अध्यापक पुरस्कार: जिले से अब तक सिर्फ एक आवेदन, बेसिक शिक्षक नहीं दिखा रहे आवेदन में रूचि

आगरा: प्रदेश सरकार के राज्य अध्यापक पुरस्कार को पाने के लिए परिषदीय शिक्षकों के बीच कड़ा मुकाबला होता था। एक पुरस्कार के लिए आधा दर्जन तक आवेदन आते थे, लेकिन कोरोना संक्रमण से बदले हालात का असर यहां भी पड़ा है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मई है और जिले से अब तक सिर्फ एक ही आवेदन हुआ है। बेसिक शिक्षा निदेशक डा. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह इस स्थिति से बेहद खफा है। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है और 31 मई तक आवेदन की संख्या कम से कम तीन-तीन करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिले में राज्य अध्यापक पुरस्कार का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिए हैं।




प्रदेशभर का है यही हाल: सिर्फ आगरा ही नहीं, यह पूरे प्रदेश का हाल है। 16 अप्रैल से शुरू हुई आनलाइन आवेदन प्रक्रिया में प्रदेशभर से सिर्फ 70 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से छह जिलों से तीन-तीन, 13 जिलों के दो-दो और 26 जिलों से एक-एक ही आवेदन प्राप्त हुआ। 30 जिले ऐसे हैं जहां से अब तक एक भी आवेदन नहीं किया गया है।

यह करें आवेदन: वर्ष 2020-21 के राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए उप्र बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों के साथ सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल में कार्यरत शिक्षक आवेदन कर सकते हैं।

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