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टीईटी के फर्जी प्रमाणपत्र पर बने चार शिक्षक बर्खास्त, गाजीपुर बीएसए ने की कार्रवाई

 टीईटी के फर्जी प्रमाणपत्र पर बने चार शिक्षक बर्खास्त, गाजीपुर बीएसए ने की कार्रवाई

गाजीपुर में शिक्षक पात्रता परीक्षा के फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर पिछले कई साल से नौकरी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ बीएसए ने कार्रवाई तय कर दी। शनिवार को बीएसए ने सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद की सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर चारों शिक्षकों की बर्खास्तगी कर रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा विभाग की जांच में चार शिक्षक-शिक्षिका टेट का फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी करते पाए गए। इसके अलावा कई शिक्षक जांच के दायरे में हैं। 


बीएसए श्रवण कुमार ने बताया कि शिकायत मिली थी कि चार शिक्षक-शिक्षिका टेट का फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर शिक्षण कार्य कर रहे हैं। इस पर भदौरा ब्लाक के सेवराई गांव में स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय पर कार्यरत दुल्लहपुर के अमारी निवासी सहायक अध्यापक सौरभ अवस्थी, सादात ब्लाक के मिर्जापुर प्रथम प्राथमिक विद्यालय पर कार्यरत आजमगढ़ के मेहनगर थाना के नरसिंहपुर निवासी सहायक अध्यापक रेनू यादव, जखनिया ब्लाक के विथरिया प्राथमिक विद्यालय पर तैनात आजमगढ़ के मेहनगर थाना के नरसिंहपुर निवासी सहायक अध्यापक अंजलि यादव और चौजाखास प्राथमिक विद्यालय पर तैनात भुड़कुड़ा थाना क्षेत्र के बिजहरी निवासी सहायक अध्यापक रंजना यादव का टेट का प्रमाणपत्र का सत्यापन कराया तो चारों की डिग्री फर्जी निकली। इस पर इन सभी को बर्खास्त कर दिया गया।

बीएसए ने बताया कि 2014 में इन शिक्षकों ने टीईटी का अंक पत्र लगाया गया था, जो जांच में फर्जी पाया गया।  इसके अलावा जिले में करीब 50 शिक्षकों के खिलाफ गड़बड़ियां मिलने की जांच की जा रही है। इसमें शैक्षिक अंकपत्र, टीईटी मार्कशीट, जाति का फर्जी प्रमाणपत्र, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी हासिल करने वाले शिक्षक शामिल हैं। 
 
2016 में मिली थी नौकरी 
जांच में दोषी पाए गए शिक्षकों ने  2016 में सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत काउंसिलिग के जरिए तैनाती पाई थी। इसमें अंजली यादव, प्राथमिक विद्यालय बथरिया, जखनियां, सौरभ अवस्थी, प्राथमिक विद्यालय सेवराई, रेनू यादव प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर सादात, रंजना यादव प्राथमिक विद्यालय चौजाखास जखनियां में हुई। इन सभी शिक्षकों ने काउंसिलिग के दौरान शैक्षिक प्रमाणपत्र लगाए थे। बीएसए श्रवण कुमार गुप्ता ने जांच कमेटी गठित कर शिक्षकों के पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्रों की जांच करा रहे है। इसी के तहत इन चारों शिक्षकों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के अंकपत्रों का सत्यापन ऑनलाइन कराया, जिसमें चारों ही शिक्षकों का शैक्षिक प्रमाणपत्र फर्जी निकले।

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