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69000 शिक्षक भर्ती की जांच कर रही एसटीएफ की टीम दिखा रही लापरवाही अभी तक मायावती दुबे एवं चंद्रमा यादव समेत कई लोगों को पकड़ने में रही है असमर्थ

69000 शिक्षक भर्ती की जांच कर रही एसटीएफ की टीम दिखा रही लापरवाही अभी तक मायावती दुबे एवं चंद्रमा यादव समेत कई लोगों को पकड़ने में रही है असमर्थ

69000 शिक्षक भर्ती की जांच कर रही एसटीएफ की टीम दिखा रही लापरवाही अभी तक मायावती दुबे एवं चंद्रमा यादव समेत कई लोगों को पकड़ने में रही है असमर्थ
69000 शिक्षक भर्ती की सीबीआई जाँच की मांग लगातार हो रही है। सीबीआई जांच की मांग इसलिए लोग कर रहे क्योंकि एसटीएफ द्वारा भर्ती को ठन्डे बस्ते में डालने की तैयारी की जा रही है। भर्ती को भ्रष्टाचार के भेंट चढा दिया गया है,वैसे भर्ती को लेकर लोगों द्वारा अलग अलग दावे किये जा रहे हैं।भर्ती को लेकर सोशल मीडिया पर घमासान मचा रहता है। बन्टी पाण्डेय बताते हैं कि भर्ती रद्द और सीबीआई जांच को लेकर मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवम प्रधानमंत्री जी को ज्ञापन एवम ट्विटर पर लगातार अभियान चलाया जा रहा है,और यह भर्ती परीक्षा रद्द होकर रहेगी।भर्ती की सीबीआई जांच संबंधित याचिका लखनऊ में 9853/2020 नूतन ठाकुर जी के नेतृत्व में चल रहा है,एवं इलाहाबाद हाईकोर्ट में में 5406/2020 सीमान्त सिंह के नेतृत्व में चल रहा है l बन्टी पाण्डेय एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले सभी लोगो के द्वारा भर्ती की सीबीआई जांच एवं भर्ती रद्द को लेकर सभी जनपद के लोग सक्रिय रुप से काम कर रहे है। भर्ती में धांधली भ्रष्टाचार को दबाया जा रहा है अपराधी को संरक्षण दिया जा रहा है कोई जांच नहीं हो रही है न ही गिरफ्तारी हो रही केवल युवाओं को धोखा दिया जा रहा है। एसटीएफ द्वारा टालमटोल किया जा रहा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले सभी लोगों की मांग है कि भर्ती में धांधली करने वालों के खिलाफ गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित हो और उनकी सारी संम्पति कुर्की की जाय।सभी लोंगो के साथ खिलवाड़ हो रहा है जितने अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिया सभी आहत है सभी चाहते हैं भर्ती रद्द हो परीक्षा दुबारा हो ।इस भर्ती में धांधली कराने वाले मायापति दुबे, चंद्रमा यादव एवम केएल पटेल के गुर्गे, और अज्ञात लोगो को अभी तक पकड़ा नही गया है। लोगों की मांग है कि इस 69000 शिक्षक भर्ती की सीबीआई जाँच हो। अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो ।भर्ती को रद्द करके इसकी सीबीआई जांच करवाई जाय यही अभ्यर्थियों कि मांग है।

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