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बेसिक स्कूलों में भेजी गई कम्पोजिट ग्रांट की जांच का दायरा बढ़ा, अब इस तरह होगी जाँच

बेसिक स्कूलों में भेजी गई कम्पोजिट ग्रांट की जांच का दायरा बढ़ा, अब इस तरह होगी जाँच


सरकारी स्कूलों में इस शैक्षिक सत्र में 574 करोड़ रुपये कम्पोजिट ग्रांट के तहत भेज दिए गए हैं। वहीं इस वर्ष कामों के सत्यापन के नियम सख्त कर दिए गए हैं। पिछले दो वर्षो में दी गई कम्पोजिट ग्रांट से हुए कामों का सत्यापन करवाया जा रहा है। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर थर्ड पार्टी जांच भी करवाई जा सकती है।

थर्ड पार्ट जांच की भी तैयारीः थर्ड पार्टी जांच के लिए विभाग सत्यापन पूरा होने का इंतजार कर रहा है। पहले चरण में 25 हजार स्कूलों का चयन किया गया है। स्कूल में पहुंच कर संविदा शिक्षक वहीं से फोटो खींच कर अपलोड करेंगे यानी रियल टाइम फोटो अपलोड करने से विभाग को यह पता चलेगा कि किस काम को करवाया गया है और क्या नहीं। इसके बाद जहां गड़बड़ी दिखेगी वहां पर जांच टीम भेजी जाएगी। इस वर्ष जिला स्तर पर जांच कमेटी बनाने के बजाय तहसील ब्लॉक स्तर पर भी दो- दो सदस्यों की जांच टीम बनाने के निर्देश दिए गए हैं। हर ब्लॉक से 20-20 स्कूलों में खर्च की जांच की जाएगी।

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