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भर्तियों पर कोरोना का पहरा, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की दो दर्जन भर्तियां अटकीं

भर्तियों पर कोरोना का पहरा, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की दो दर्जन भर्तियां अटकीं

लखनऊ : कोरोना संक्रमण की दस्तक से भर्तियों पर जैसे ताला लग गया। पांच महीने से भर्तियां जहां की तहां अटकी हैं। जिन भर्तियों के लिए परीक्षाएं हुई, उनके रिजल्ट नहीं जारी हो पा रहे हैं और जिनके लिए आवेदन पत्र मांगे गए, उनकी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है।

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों के जरिए तकरीबन 12000 पदों पर नियुक्तियां होनी हैं। जो भर्तियां फिलहाल लंबित हैं, उनमें से कुछ के विज्ञापन पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में निकाले गए थे और कुछ योगी सरकार के सत्तारूढ़ होने के बाद शुरू हुईं। अखिलेश सरकार के दौर में आयोग की ओर से निकाले गए 11 विज्ञापनों पर भर्ती प्रक्रिया विभिन्न चरणों में लंबित है। वर्तमान सरकार की लगभग एक दर्जन भर्तियां ठहर गई हैं।

आयोग हर महीने भर्ती कैलेंडर जारी कर अपनी योजना की जानकारी देता था। पिछला अपडेटेड कैलेंडर बीती 31 जनवरी को जारी हुआ था लेकिन तब से अब तक स्थिति जस की तस है। लॉकडाउन खुलने से अभ्यर्थियों को उम्मीद जगी थी लेकिन अब तक नाउम्मीदी हाथ लगी है।

लॉकडाउन के दौरान आयोग मई में सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा सामान्य चयन प्रतियोगितात्मक परीक्षा-2019 की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित करने में सफल रहा।

रिजल्ट पर फोकस : प्रवीर

उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार का कहना है कि आयोग की परीक्षाओं में बैठने वाले अभ्यर्थियों की संख्या लाखों में होती है। इन परीक्षाओं का आयोजन प्रशासन के सहयोग के बिना संभव नहीं है। प्रशासन की प्राथमिकताएं कोविड-19 की रोकथाम है। हमारी प्राथमिकता लंबित परीक्षा परिणामों को जारी करने की है। उम्मीद करते हैं कि जुलाई अंत तक हम दो-तीन परीक्षाओं के परिणाम जारी कर सकेंगे।

’>>अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की दो दर्जन भर्तियां अटकीं

’>>12 हजार पदों पर नियुक्ति की उम्मीद लगाए अभ्यर्थियों में बेचैनी

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