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69000 भर्ती केस की जांच शुरू करते ही एसटीएफ को मिलने लगी नई शिकायत

69000 भर्ती केस की जांच शुरू करते ही एसटीएफ को मिलने लगी नई शिकायत

प्रयागराज : प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा की जांच स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने शुरू कर दी है। विवेचना शुरू करते ही गुरुवार को शिकायतें मिलीं। फरार अभियुक्त मायापति दुबे, दुर्गेश और संदीप पटेल समेत कई की तलाश तेज हो गई है। कुछ युवकों के मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं।

मायापति भदोही के कोईरौना इलाके का रहने वाला है जबकि दुर्गेश प्रतापगढ़ का निवासी है। मायापति की लोकेशन ट्रेस करने और उसकी गिरफ्तारी के लिए वाराणसी एसटीएफ की भी मदद की बात कही जा रही है। एसटीएफ उन अभ्यर्थियों के बारे में भी पता लगा रही है, जिनके नाम सरगना केएल पटेल की डायरी में दर्ज हैं। माना जा रहा है कि गैंग का नेटवर्क कई शहरों तक फैला है और इसमें कई सफेदपोश शामिल हैं। सोरांव पुलिस की रिपोर्ट का अध्ययन करते हुए कार्रवाई को बेहतर रणनीति तैयार कर रही है। पुलिस पूर्व जिपं सदस्य स्कूल प्रबंधक केएल पटेल, दो अभ्यर्थी समेत 11 लोगों को जेल भेज चुकी है।

शिक्षक भर्ती निरस्त करने की मांग

जासं, प्रयागराज : इविावि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव और जितेश मिश्र ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से 69000 शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले की जांच और परीक्षा दोबारा कराने की मांग की है। इसके लिए डीएम को ज्ञापन भी सौंपा गया है। ज्ञापन में कहा गया कि परीक्षा के बाद ही केंद्रों पर लगभग 22 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। परीक्षा के परिणाम आने पर भी इससे जुड़े नकल एवं शिक्षा माफियाओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। छात्रों का आरोप है कि यह मध्यप्रदेश के व्यापम घोटाले की तरह है।

व्यापमं घोटले में फरार था सरगना

फर्जीवाड़े का सरगना डॉ. केएल पटेल एमपी के चर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में फंसा था। जानकारों का कहना है कि केएल छतरपुर के परीक्षा केंद्र में शामिल हुआ था। उसने नकल करवाई थी। 2013 में नाम सामने आने पर गिरफ्तारी से बचने के लिए जबलपुर हाईकोर्ट में अर्जी दी थी। एसटीएफ ने 2015 में जेल भेजा था। इस दौरान वह दो साल तक फरार था।

पुराने मामले में भी होगी पूछताछ

शिवकुटी थाने में भी केएल पटेल समेत कई के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। उस मुकदमे में एसटीएफ ने कई आरोपितों को वांछित घोषित किया था। अब नया फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पुराने मामले में भी रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की बात कही जा रही है। साथ ही गिरोह से जुड़े प्रीतम नगर के स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव समेत अन्य के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।