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शिक्षकों के 37 हजार पदों पर होगी भर्ती, प्राथमिक से माध्यमिक तक के स्कूलों में होगी नियुक्ति, आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद रुकी थी प्रक्रिया

 शिक्षकों के 37 हजार पदों पर होगी भर्ती, प्राथमिक से माध्यमिक तक के स्कूलों में होगी नियुक्ति, आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद रुकी थी प्रक्रिया


प्रयागराज : विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता के कारण रुके हुए काम फिर से शुरू होंगे। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के 37 हजार से अधिक पदों पर भर्ती जल्द शुरू होगी।

बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 17 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती होगी। सरकार ने 24 दिसंबर को 68500 और 69000 शिक्षक भर्ती के बाद खाली 17 हजार पदों पर नई भर्ती की घोषणा की थी। लेकिन इससे पहले कि विज्ञापन जारी होता, आठ जनवरी को चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई।

चौथी सूची के 6800 अभ्यर्थी भी इंतजार में: 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के चौथे चरण में चयनित आरक्षित और विशेष आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की भर्ती भी चुनाव के कारण फंस गई थी। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने पांच जनवरी को चौथी सूची जारी की थी। जिला आवंटन और जिलों में काउंसिलिंग कराने से पहले चुनाव की तारीखें घोषित हो गई।

एडेड जूनियर के 1894 पदों का रास्ता साफ:

प्रदेश के सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापकों के 1504 और प्रधानाध्यापकों के 390 कुल 1894 पदों पर भर्ती का रास्ता भी साफ हो गया है। 17 अक्तूबर को आयोजित परीक्षा का परिणाम परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने 15 नवंबर को घोषित किया था।

1947 भर्ती के लिए इंतजार :

मुख्यमंत्री की घोषणा के अंतर्गत निर्मित 35 और अल्पसंख्यक विभाग की ओर से प्रधानमंत्री जन विकास योजना में निर्मित 49 कुल 84 राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के 1947 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। विशेष सचिव शंभू कुमार ने 24 दिसंबर को इन पदों के सृजन का आदेश जारी किया था।

शिक्षकों-प्रधानाचार्यों के सात हजार पदों पर जारी होगा विज्ञापन

सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के तकरीबन पांच हजार और प्रधानाचार्यों के लगभग दो हजार पदों पर भर्ती का विज्ञापन भी जारी होगा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने दिसंबर में रिक्त पदों की सूचना ऑनलाइन मांगी थी। जिसमें प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के लगभग पांच हजार रिक्त पद मिले थे। जबकि प्रधानाचार्यों के दो हजार से अधिक खाली पदों पर चयन होना है। अक्तूबर 2019 तक चयन बोर्ड को प्रधानाचार्य के 1453 रिक्त पदों की सूचना मिली थी। उसके बाद से 500 से अधिक पद और खाली होने की जानकारी मिली है।

राजकीय विद्यालयों के ढाई हजार से अधिक पद फंसे

इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में पहले से स्वीकृत ढाई हजार से अधिक पदों पर भी भर्ती शुरू होगी। अपर निदेशक राजकीय अंजना गोयल ने संयुक्त शिक्षा निदेशकों से दिसंबर के पहले सप्ताह में रिक्त पदों की सूचना मांगी थी। पूर्व में शिक्षा निदेशालय की ओर से लोक सेवा आयोग को अधियाचन (रिक्त पदों की सूचना) भेजा गया था। लेकिन कुछ बिंदुओं पर आपत्ति थी। शिक्षकों के ढाई हजार से अधिक पदों की सूचना नये सिरे से आयोग को भेजने की तैयारी है।

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