Header Ads

Primary ka master:- फर्जी कागजातों से नौकरी कर रहा था शिक्षक

 Primary ka master:- फर्जी कागजातों से नौकरी कर रहा था शिक्षक


Primary Ka Master latest news : फिरोजाबाद 


एक ही नाम पर अलग-अलग जिलों में नौकरी के मामले में फिरोजाबाद के एक शिक्षक के फर्जी होने की पुष्टि हो गई है। एसआईटी ने जांच के बाद विभाग को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है। इस मामले में बीएसए ने जांच कमेटी का गठन किया है, ताकि नियमानुसार कार्रवाई की जा सके।

फिराजाबाद के प्राथमिक स्कूल परियर ब्लॉक मदनपुर में देवेंद्र कुमार शिक्षक के रूप में तैनात हैं। जब प्रदेश भर में डुप्लीकेसी पकड़ी गई है तो देवेंद्र कुमार भी उसमें फंसा। एसआईटी ने फिरोजाबाद से देवेंद्र के अभिलेख मंगाए तो यह अभिलेख हाथरस में शिक्षक की नौकरी कर रहे देवेंद्र से हू-ब-हू मिल गए। इस पर एसआईटी ने इस मामले में तुलई जहांगीरपुर स्थित मलखान सिंह इंटर कॉलेज से भी दस्तावेज मंगा कर जांच की। यहां से देवेंद्र ने हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इस जांच में पता चला कि देवेंद्र तुलई जहांगीरपुर का ही रहने वाला है। जब एसआईटी ने गोपनीय जांच की तो पता चला कि कंपोजिट स्कूल दरियापुर विकास खंड सासनी हाथरस में नौकरी कर रहा देवेंद्र सही है तथा फिरोजाबाद में देवेंद्र के छदमनाम से कोई और नौकरी कर रहा है। एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद बीएसए अंजलि अग्रवाल ने अपने निर्देशन में एक कमेटी गठित की है, इसमें वित्त एवं लेखाधिकारी मो.जावेद के साथ में खंड शिक्षाधिकारी फिरोजाबाद विजय सिंह को भी शामिल किया है।

25 नवंबर को दिया था इस्तीफा, नही किया स्वीकार : देवेंद्र कुमार के नाम से नौकरी कर रहे फर्जी शिक्षक को भी अपने फंसने का अंदेशा हो गया था। उसने 25 नवंबर को अपना इस्तीफा देते हुए कहा था कि ब्लड प्रेशर एवं डायबिटीज के चलते वह इस्तीफा दे रहा है, लेकिन जांच को देखते हुए विभाग ने स्वीकार नहीं किया।

फर्जीवाड़ा करके कई युवक बन चुके शिक्षक : यह कोई नया मामला नहीं है, लगातार फिरोजाबाद के युवक फर्जी तरीके से दूसरे के कागजातों का प्रयोग करके शिक्षक बन चुके हैं। खुलासा होने पर मुकदमे दर्ज हुए और जेल भी जा चुके हैं। इतना ही नहीं गलत तरीके से कागजातों के प्रयोग को लेकर जिले में 150 से ज्यादा शिक्षक एसआईटी की जांच में आ चुके हैं। वहीं कुछ दिन पहले मैनपुरी में अपने भाई के कागजातों पर नौकरी करने वाले शिक्षक को जिले की पुलिस जेल भेज चुकी है।

कोई टिप्पणी नहीं