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अंग्रेजी माध्यम स्कूलों से बदल रही परिषदीय स्कूलों की छवि

 अंग्रेजी माध्यम स्कूलों से बदल रही परिषदीय स्कूलों की छवि

आजमगढ़। बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूल अंग्रेजी माध्यम से संचालित किए जा रहे हैं। इनमें तैनात शिक्षक बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रहे हैं, जिनके अब बेहतर परिणाम सामने आने लगे हैं। निजी 1 स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब यहां दाखिले के लिए पहुंचने लगे हैं। छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण कुछ स्कूलों में नए प्रवेश पर रोक लगाने की स्थिति बन गई है।


प्राथमिक विद्यालय प्रथम देवगांव में इस समय कुल 435 बच्चे अध्ययनरत हैं। जबकि वर्ष 2018 में कुल बच्चों की संख्या 285 थी। वर्ष 2019 में यह संख्या बढ़कर 305 हो गई। इसके बाद वर्ष 2020 में कोरोना का संक्रमण फैला जिसके कारण स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए लेकिन स्कूल खुलने पर अभिभावकों ने अपने बच्चों का दाखिला कराया। कोरोना संक्रमण के बीच वर्ष 2020 में कुल 339 बच्चों का दाखिला हुआ, लेकिन वर्तमान में छात्र संख्या 435 हो चुकी है। कोरोना काल में 2020 और 2021 में एकाएक बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई, क्योंकि कई अभिभावकों ने निजी स्कूलों से बच्चों के नाम कटवाकर अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक विद्यालय देवगांव में नाम लिखवाए हैं। प्रधानाध्यापक प्रमोद यादव ने बताया कि स्कूल में शिक्षकों व दो शिक्षामित्रों के सहयोग से हम बेहतर कार्य कर रहे हैं। हम अभी और दाखिला लेते लेकिन हमारे पास बच्चों को बैठाने के लिए कक्षा कक्ष कम पड़ जाएंगे।


अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या बढ़ी है। कुछ स्कूलों में छात्रों की अच्छी संख्या बढ़ी है, जिससे कक्षा कक्ष कम पड़ने के कारण नए प्रवेश लेने में दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए उक्त विद्यालयों में प्रवेश बंद कर दिए गए है।
अतुल कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।

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