Header Ads

अभिभावकों को सौंपेंगे नि:शुल्क किताबें, प्रधानाध्यापक की यह होगी जिम्मेदारी

अभिभावकों को सौंपेंगे नि:शुल्क किताबें, प्रधानाध्यापक की यह होगी जिम्मेदारी


कक्षा एक से आठ तक के तकरीबन पांच लाख बच्चों की नि:शुल्क किताबें अब उनके अभिभावकों को स्कूल बुलाकर दी जाएंगी। अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने 10 जून के पत्र में जिलों में किताबों की आपूर्ति के तीन दिनों के अंदर जनपदीय सत्यापन समिति से सत्यापन कराते हुए उसके अगले तीन दिनों में ब्लॉक संसाधन केंद्रों तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। बीआरसी से दो दिनों में स्कूलों को भेजी जानी है।

प्रधानाध्यापक की यह जिम्मेदारी होगी की किताबें और वर्कबुक मिलने के अगले दिन कोरोना के संबंध में जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को छोटे-छोटे समूह में बुलाकर पाठ्यपुस्तकें वितरित करेंगे। एक समय में विद्यालय परिसर में तीन से अधिक अभिभावक इकट्ठा नहीं होंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार कुशवाहा ने बताया कि वितरण के लिए किताबें ब्लॉकों में भेजी जाने लगी हैं।